चीन को देंगे मुंहतोड़ जवाब -वायुसेना प्रमुख बोले

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एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी देखा भारत-फ्रांसीसी वायुसेना का युद्धाभ्यास फ्रांसीसी वायुसेना के मेजर जनरल लॉरेंट लेर्बेट ने एयरबेस से सुखोई-30 में उड़ान भरी फ्रांसीसी एमआरटीटी विमान ने भारतीय विमानों में एयर रिफ्यूलिंग का प्रदर्शन किया 



नई दिल्ली, 23 जनवरी (हि.स.)। ​भारत और फ्रांस की वायुसेनाओं के बीच जोधपुर में चल रहे पांच दिवसीय युद्धाभ्‍यास ‘एक्सरसाइज डेजर्ट नाइट 21’ के चौथे दिन शनिवार को फ्रांसीसी एमआरटीटी विमान ने भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों मिराज-2000, सुखोई-30 और राफेल में एयर रिफ्यूलिंग का प्रदर्शन किया। फ्रांसीसी वायुसेना के मेजर जनरल लॉरेंट लेर्बेट ने एयरबेस से सुखोई-30 में उड़ान भरी। आज वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी युद्धाभ्यास देखा और ​चीन को सख्त चेतावनी दी कि​ एलएसी पर यदि कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई की तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे। भारतीय वायुसेना दुश्‍मन को उसकी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देगी।
भारत और फ्रांस की वायु सेनाएं राफेल जेट विमानों के साथ जोधपुर में पांच दिवसीय संयुक्‍त युद्धाभ्यास कर रही हैं। इस दौरान दोनों देशों के विमानों ने कई जटिल हवाई तकनीकों का प्रदर्शन किया है। बीते दिनों सैन्य बलों के प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने भी ‘एक्सरसाइज डेजर्ट नाईट 21’ के अभ्यास का जायजा लिया था। उन्होंने भी फ्रांसीसी वायु सेना के फीनिक्स एयरबस ए-330 में उड़ान भरी थी। भारतीय वायु सेना ने आज युद्धाभ्यास की एक वीडियो क्लिप क्लिप को साझा करते हुए कहा, “कहीं स्वर्ग और पृथ्वी के बीच, घातक पक्षी अपनी प्यास बुझाते हैं!” वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को जोधपुर एसरबेस पर दोनों देशों के चल रहे युद्धाभ्यास को देखा और फ़्रांसीसी अधिकारियों से बात की।
एयर चीफ मार्शल ने जोधपुर एयरबेस से चीन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एलएसी पर कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई की गई तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे बल्कि हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। एयर चीफ मार्शल भदौरिया का यह बयान उस समय आया है जब भारत और चीन के बीच अटकी पड़ी 9वें दौर की सैन्य वार्ता 24 जनवरी को होने जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत को अभी तक आठ राफेल लड़ाकू विमान मिल चुके हैं जबकि तीन राफेल इस महीने तक अभी और आने हैं। अगले दो महीनों में भी राफेल विमानों के आने का सिलसिला जारी रहेगा। भारतीय पायलटों के लिए राफेल ट्रेनिंग बैच भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत तीन बैच फ्रांस में आयोजित हो रहे हैं और कुछ भारत में आयोजित हो रहे हैं। उम्‍मीद है कि अगले साल तक फ्रांस से सभी राफेल विमानों की आपूर्ति हो जाएगी।
वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। वायुसेना ने उन्नत मल्टीरोल लड़ाकू विमानों की परियोजना के तहत डीआरडीओ के साथ पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के निर्माण के कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस परियोजना में सभी अत्‍याधुनिक तकनीकों को शामिल किया जाना है। हम इसमें छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की क्षमताओं को भी जोड़ना चाहते हैं। हालांकि पहले हमारा फोकस पांचवीं पीढ़ी के उन्‍नत लड़ाकू विमानों पर ही है। वायुसेना हथियारों और सेंसर्स के निर्माण में अत्‍याधुनिक तकनीक पर जोर दे रही है, जिसके परिणाम बेहतर आ रहे हैं। फ्रांस और भारत के बीच हो रहे संयुक्‍त युद्धाभ्‍यास ‘एक्सरसाइज डेजर्ट नाईट 21’ के परिणाम बहुत सकारात्मक और अच्छे रहे हैं। अत्‍या‍धुनिक विमानों के साथ एक नए स्तर पर प्रोफेशनल म्यूचल अंडरस्टैंडिंग से दोनों देशों के पायलटों को सीखने का बड़ा मिला है।
युद्धाभ्यास देखने पहुंचे भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि भारत और फ्रांस हर वक्‍त एक दूसरे के साथ रहे हैं। भारत ने जब पोखरण में परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया था तब फ्रांस ने भारतीय सामरिक स्वायत्तता को समझने की हिमायत की थी।

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