दो सार्वजनिक बैंक आरबीआई की पीसीए सूची से बाहर
मुंबई, 27 फरवरी (हि.स.)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सार्वजनिक क्षेत्रों की दो बैंकों इलाहाबाद बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को कमजोर बैंकों की निगरानी सूची से बाहर कर दिया है। इस सूची से बाहर करने के साथ ही दोनों बैंकों पर कर्ज देने समेत अन्य सेवाओं पर लगी पाबंदियां भी हटा ली गई हैं। आरबीआई ने निजी क्षेत्र की धनलक्ष्मी बैंक को भी तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई (प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन- पीसीए) रूपरेखा दायरे से बाहर कर दिया गया है। पिछले महीने, 31 जनवरी को आरबीआई ने बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को भी पीसीए रूपरेखा से बाहर किया था।
आरबीआई की ओर से कहा गया है कि वित्तीय निगरानी बोर्ड (बीएफएस) ने पीसीए के तहत बैंकों के कामकाज की समीक्षा की है। समीक्षा के बाद बोर्ड ने सभी बैंकों को तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के अंतर्गत कुछ सिफारिश की है। इसके अलावा तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के अंतर्गत विभिन्न बैंकों में 21 फरवरी के दौरान जमा कराई गई नकदी की मात्रा पर भी गौर किया गया। इलाहाबाद बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक को इसमें से क्रमश: 6,896 करोड़ रुपये और 9,086 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि पूंजी मिलने से इन बैंकों का पूंजी कोष तथा कर्ज नुकसान के समक्ष प्रावधान को बढ़ाने में मदद होगी, जिससे पीसीए मानदंडों का अनुपालन भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
आरबीआई की ओर से बताया गया है कि वित्तीय निगरानी बोर्ड (बीएफएस) ने 31 जनवरी 2019 को हुई बैठक में जिन सिद्धांतों को अपनाने की बात कही थी, उसके आधार पर 26 फरवरी 2019 की बैठक में इलाहाबाद बैंक के साथ ही कॉरपोरेशन बैंक को पीसीए रूपरेखा से बाहर करने का फैसला किया गया। हालांकि दोनों बैंकों को कुछ शर्तों तथा निरंतर निगरानी प्रक्रिया का पालन करने की शर्त पर ही इस सूची से बाहर किया गया है।