दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के उपलक्ष्य में “प्रदूषण की समस्या और उसका समाधान” विषय पर वेबिनार द्वारा संगोष्ठी का आयोजन

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नई दिल्ली, 03 दिसम्बर  दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 3 दिसंबर 2020 को “प्रदूषण की समस्या और उसका समाधान” विषय पर वेबिनार द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रामशरण गौड़, अध्यक्ष, दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड द्वारा की गयीI  मुख्य वक्ता के रूप में श्री परीक्षित डागर तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में श्री सुभाष चंद्र कंखेरिया, सदस्य, दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड उपस्थित रहे ।

 

श्री सुभाष चंद्र कंखेरिया ने वेबिनार से जुड़े सभी गणमान्य जनों एवं श्रोताओं का स्वागत कर संगोष्ठी के विषय पर प्रकाश डालते हुए अपना वक्तव्य प्रारम्भ किया। उन्होंने प्रदूषण के कारण, इसके दुष्प्रभावों तथा नियंत्रण के उपायों पर संक्षेप में चर्चा की। उन्होंने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा आज के समय में एक बड़ी समस्या बन गई है। प्रदूषण नियंत्रण हम सब की ज़िम्मेदारी है जिसे हमें प्राथमिकता देने की अत्यंत आवश्यकता है।

 

श्री परीक्षित डागर ने श्रोताओं को बताया कि प्रदूषण हवा, पानी, धूल आदि के माध्यम से मनुष्य, जीव-जंतु, पशु-पक्षी, पेड़-पौधों व वनस्पतियों को बुरी तरह प्रभावित करते जा रहा है जिसके कारण प्राणियों का अस्तित्व खतरे में आ चुका है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु सरकार द्वारा लगाए गए देशभर में लॉकडाउन के दौरान पर्यावरण में आये सकारात्मक परिवर्तन का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि आधुनिकता एवं तकनीक, औद्योगीकरण तथा शहरीकरण के प्रभाव में मनुष्य जीवधारियों के लिए विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न करता जा रहा है। उन्होंने प्रदूषण के मौजूदा स्तर, इसके बढ़ने के कारण, नियंत्रण हेतु रासायनिक उर्वरकों की जगह जैविक खाद के उपयोग, वृक्षारोपण, सार्वजनिक वाहनों का उपयोग आदि पर विस्तार में चर्चा की। इसके साथ-साथ उन्होंने सरकार एवं माननीय उच्चतम न्यायलय द्वारा प्रदूषण नियंत्रण हेतु उठाये गए कदम जैसे कि एक विशिष्ट अवधि के लिए निर्माण पर प्रतिबंध, पटाखे जलाने पर प्रतिबंध आदि से भी श्रोताओं को रूबरू करवाया। उन्होंने श्रोताओं से प्रदूषण नियंत्रण के लिए यथासंभव योगदान देने की अपील की।

 

डॉ. रामशरण गौड़, अध्यक्ष, दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड ने संगोष्ठी के विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रोताओं को बताया कि वृक्ष सदैव ही प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।  यह हमें फल, पुष्प, लाभदायक औषधियाँ देने के साथ-साथ जीवन हेतु अत्यावश्यक ऑक्सीजन भी उत्पन्न करते हैं। भारतीय संस्कृति में तो प्राचीन काल से ही वृक्षों को पूजा जाता रहा है परन्तु समय के साथ-साथ हम लोग इनकी अवहेलना करते जा रहे हैं जिसका परिणाम है बढ़ता प्रदूषण व भूमंडलीय ऊष्मीकरण। शुद्ध

हवा तथा औषधियां विलुप्त होती जा रही हैं। उन्होंने सभी से प्रकृति से छेड़-छाड़ ना करने तथा वृक्षारोपण करने व वृक्षों का संरक्षण करने का संकल्प लेने का आव्हान किया।

 

श्री आर. के. मीना, पुस्तकालय एवं सूचना अधिकारी, दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया ।

 


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