जेएनयू हिंसा में 51 लोग हुए थे घायल : सरकार
नई दिल्ली, 06 फरवरी (हि.स.)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि गत माह 5 जनवरी को जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में नकाबपोश हमलावरों द्वारा की गई हिंसा में 51 छात्रों और शिक्षकों घायल हुए थे।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद मानस रंजन भुइंया और पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सदस्य रिताब्रता बनर्जी द्वारा जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों पर हमले के संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्यसभा को बताया कि दिल्ली पुलिस के अनुसार जेएनयू में 5 जनवरी की घटना के संबंध में 6 जनवरी को एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें 51 व्यक्ति घायल हुए थे।
निशंक ने शिव सेना के अनिल देसाई और टीएमसी सांसद शांता क्षत्री द्वारा जेनयू कैंपस में उपद्रवी व्यवहार के कारण विश्वविद्यालय के बौद्धिक माहौल के संबंध में पूछे गये सवाल का उत्तर देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन के कुछ निर्णयों को लेकर जेएनयू के कुछ छात्रों में असतोंष था, जिसके कारण विश्वविद्यालय के सामान्य कार्यकरण में कुछ व्यवधान हुए। अब विश्वविद्यालय में स्थिति सामान्य हो गई है।
माकपा के इलामारम करीम ने जेएनयू में छात्रावास फीस सहित विभिन्न प्रकार की फीस वृद्धि के संबंध में सवाल किया था। इसके जवाब में निशंक ने सदन को बताया कि जेएनयू भारत के एक अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है और शिक्षण और अनुसंधान का एक विश्व प्रसिद्ध केन्द्र है। एनआईआरएफ विश्वविद्यालय रैंकिंग में इसे दूसरा स्थान प्राप्त है। पिछले दो दशकों में इसकी ट्युशन फीस में कोई संशोधन नहीं किया गया है, जोकि प्रतिवर्ष 300 रुपये से भी कम है और इसके लगभग 70 प्रतिशत विद्यार्थी छात्रवृत्ति प्राप्त करते हैं।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के छात्रावास कमरों का किराया, जोकि लगभग 40 वर्षों से 10 रुपये और 20 रुपये प्रतिमाह है, छात्रावासों के रख-रखाव पर बढ़े हुए व्यय को पूरा करने और बिना लाभ-हानि के आधार उनके संचालन के लिए इसमें संशोधन करके क्रमश: 300 रुपये और 600 रुपये कर दिया है।हालांकि विद्यार्थियों के कुछ वर्ग में नाराजगी के कारण एमएचआरडी के अधिकारियों ने उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के सौहार्दपूर्ण हल के लिए विद्यार्थियों, कुछ संकायों और प्रशासन के साथ वार्ता की है।
निशंक ने बताया कि एमएचआरडी द्वारा जारी चर्चा के रिकॉर्ड के अनुसार, विश्वसविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से वर्तमान सेमेस्टर (शीतकालीन सेमेस्टर, 2020) के दौरान जेएनयू छात्रावासों में सेवाओं और उपयोगिता प्रभारों को वहन करने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त, बीपीएल विद्यार्थियों को कमरा किराया में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है।