लॉस एंजेल्स, 05 नवंबर (हि.स.)। ट्रम्प प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र को अधिसूचित किया है कि वह वस्तुत: पेरिस जलवायु परिवर्तन से पीछे हट रहा है। यह प्रक्रियात्मक कार्रवाई ठीक अगले वर्ष इसी समय तक पूरी हो जाएगी।
विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि इस सब के बावजूद ट्रम्प प्रशासन जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले दुष्प्रभावों पर निगाहें बनाए रखेगा तथा किसी भी प्राकृतिक आपदा से मुक़ाबला करने के लिए अपने ग्लोबल पार्टनर से सम्पर्क बनाए रखेगा।
विदित हो कि सन 2015 में क़रीब दो सौ देशों ने ग्रीन गैस और गैस उत्सर्जन में कमी लाने के लिए पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके साथ ही सदस्य देशों ने गैस उत्सर्जन में कमी लाने के लिए स्वत: मानदंड निर्धारित किए थे, जबकि अमेरिका सहित धनी देशों ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में निर्धन देशों की मदद करने का आश्वासन दिया था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सत्ता ग्रहण करने के बाद साल 2017 में पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से पीछे हटने के प्रति अपनी इच्छा जताई थी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका पेरिस समझौते को कार्यान्वित किए जाने से संबंधित उन सभी शर्तों और नीतियों को वापस लेता है। इसमें उन्होंने इस समझौते से संबंधित निर्धन देशों को दिए जाने वाली आर्थिक सहायता से भी मुंह मोड़ने के बारे में बयान जारी किया था।