सुल्तानपुर लोधी / चंडीगढ़ , 5 नवम्बर ( हि.स.) पंजाब सरकार की सुल्तानपुर लोधी में होने वाले श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व समागमों पर नजर है। कांग्रेस का मानना है कि अगर उसने शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी ( एसजीपीसी ) से बेहतर प्रबंध कर लिए तो भविष्य में सिख धार्मिक समागमों में एसजीपीसी का एकछत्र दबदबा समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस का मानना है कि एसजीपीसी का संचालन शिरोमणि अकाली दल द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए किया जाता है। सरकार के मंत्री इस उम्मीद में हैं कि कार्यक्रमों की सफलता एसजीपीसी चुनावों में अकाली दल के धार्मिक एकाधिकार को तोड़ेगी। गौरतलब है कि सरकार के मंत्री एसजीपीसी चुनावों में हिस्सा लेने के बयान दे चुके हैं।
मुख्य रूप से सुल्तानपुर लोधी में गुरु नानक प्रकाश उत्सव के समागमों में एसजीपीसी और सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की पंजाब सरकार अलग-अलग से कार्यक्रम करवा रही है। हालांकि नानक ने भाईचारे और एकता का सन्देश दिया था। पाकिस्तान स्थित गुरद्वारा करतारपुर साहिब में सेवा का सौभाग्य पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पूर्वजों को भी मिला है। आपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में उन्होंने सांसद पद से और कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया था। यही बातें अमरिंदर सिंह को सिख राजनीति में प्रभावशाली बनाती हैं।
विश्व को ‘ एक ओंकार सतनाम ‘ का मूलमंत्र देने वाली सुल्तानपुर लोधी की भूमि पर प्रकाश उत्सव समागमों के लिए सरकार का सारा बल लगा हुआ है। समागम की सफलता के लिए आज (मंगलवार को) दूसरी बार पंजाब सरकार अपने स्तर पर जनसभा करने जा रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्य अतिथि होंगे। मंत्रीगण और विधायक शामिल होंगे। सरकार ने सुल्तानपुर लोधी में जनसभा के लिए विशाल पंडाल लगाया है, जिसमे 50 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हाल के अंदर 600 एलईडी लाईटें लगाई गयी हैं। आठ हजार गद्दे लगाए गए हैं ताकि संगत आराम से बैठकर कीर्तन सुन सके। संगतों के आने जाने के लिए काली वेई नदी पर छह नए पुलों का निर्माण किया गया है। आज मंगलवार से ही सरकार के कार्यक्रमों में सहज पाठ शुरू कर दिया गया है। जिनके भोग 12 नवम्बर को डाले जाएंगे। राज्यभर से सुल्तानपुर लोधी जाने के लिए बस सेवा मुफ्त कर दी गई है। निजी वाहनों के लिए शहर से बाहर 200 एकड़ भूमि में पार्किंग बनाई गई है और शहर के अंदर जाने के लिए ई-रिक्शा नि:शुल्क चल रहे हैं। 36 लंगर हाल बनाये गए हैं। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं। संगतों को जानकारी देने के लिए लोग तैनात हैं। लाईट एंड साउंड सिस्टम से भी लोगों को नानक के फलसफे और जिंदगी जानकारी दी जा रही है। पूरा सुल्तानपुर लोधी दुल्हन की भांति सज चूका है। एक साथ 30 हज़ार लोगों के रात में ठहरने के लिए टैंट सिटी बनाई गई है।
इधर, सुल्तानपुर लोधी में सरकार के कार्यक्रमों की सफलता के कई मायने निकाले जा रहे है। अगर सरकार सिख धार्मिक कार्यक्रम करवाने में सफल हो जाती है तो इससे भविष्य में सिख धार्मिक समागमों में एसजीपीसी का दबदबा कम हो जाएगा और कांग्रेस पर लगा सिख विरोधी होने का दाग धुलने में भी मदद मिलेगी।