नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर सरकार चला रही जनता दल (यनाइटेड) (जदयू) ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना अध्यक्ष चुना है। उनका कार्यकाल अगले तीन साल यानी 2022 तक होगा।
दिल्ली के मावलंकर हॉल में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। इससे पहले शरद यादव पार्टी के अध्यक्ष थे। शरद यादव और नीतीश के बीच भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन करने के चलते दूरियां पैदा हुई थीं। इसके बाद 2016 में नीतीश ने पार्टी की कमान संभाल ली थी।
बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस पद में कोई दिलचस्पी नहीं है, हालांकि वह जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की दिशा में काम करेंगे। बिहार के अलावा, दिल्ली, झारखंड और उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों में जदयू अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में केन्द्र की मोदी सरकार में पार्टी को अनुपातित (संख्या बल के अनुसार) प्रतिनिधित्व दिए जाने की भी मांग उठी। पार्टी का कहना है कि राज्य में भाजपा को अनुपातित प्रतिनिधित्व दिया गया है। जून में मोदी सरकार के दोबारा चुने जाने के बाद उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने का कारण जदयू ने केन्द्र सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला किया था।
जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 2015 में हुए राज्य के चुनावों में जनता ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया था। इसके वावजूद जदयू ने भाजपा को उचित प्रतिनिधित्व देते हुए उप मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री पद दिए थे। त्यागी ने कहा कि अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजद) के नेता प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जदयू को उचित प्रतिनिधित्व देते हैं तो पार्टी उसका स्वागत करेगी।