दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की एंट्री, प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने बढ़ाई चिंता

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दिल्ली-एनसीआर में बढ़ा प्रदूषण

दिल्ली:  यदि आप देश की राजधानी और आसपास के इलाकों में रहते हैं तो ये खबर आपके लिए है । और यदि आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं और सांस के मरीज हैं तो आपको खास तौर से इसपर गौर करने की जरूरत है।

अब आपके लिए सतर्क हो जाने का समय आ गया है क्योंकि देश की राजधानी दिल्ली में ठंढ़ की आहट के साथ ही स्मॉग यानि धुंध ने भी एंट्री ले ली है । हवा में जहर की मात्रा बढ़ती जा रही है और दम घुटना शुरू हो चुका है।

दिवाली से पहले ही दिल्ली की आसमान में धुंध की चादर फैल चुकी है । पॉल्यूशन खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है । मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानि AQI 300 के पार रहा. आनंद विहार में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा । बुधवार की सुबह भी इस इलाके की हवा सबसे ज्यादा खराब पाई गई और एक्यूआई 433 दर्ज किया गया जो कि गंभीर श्रेणी में है.

नोएडा, गाजियाबाद और एनसीआर के अन्य इलाकों में भी कमोबेश यही स्थिति है । हालात को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का पहला चरण यानि ग्रैप वन लागू कर दिया गया है । ग्रैप वन तब लागू किया जाता है,जब एक्यूआई 200 के पार पहुंच जाता है ।

इसके लागू होने के बाद कुछ पाबंदिया लगाई जाती है । इनमें होटलों और रेस्तरां में कोयला और जलाने वाली लकड़ी का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित रहता है, क्योंकि इससे निकलने वाला धुआं प्रदूषण को काफी बढ़ाता है । इसके अलावा पेट्रोल और डीजल से चलने वाले पुराने वाहनों पर भी बंदिश लगाई जाती है । प्रदूषण का स्तर और बढ़ने पर जरूरत के मुताबिक ग्रैप दो, तीन और चार तक लगाया जाता है जिसमें पाबंदियां और सख्त होती चली जाती है ।

दिल्ली एनसीआर में ग्रैप वन लागू करने के साथ-साथ स्मॉग को कम करने के लिए अन्य कोशिशें भी की जा रही है । एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल शुरू हो गया है. कई जगहों पर सड़कों को ठीक कराया जा रहा है ताकि धूल कम हो सके । जगह-जगह पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है । पीडब्ल्यूडी , एमसीडी , एनसीआरटीसी और डीएमआरसी प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए ज्यादा संख्या में एंटी स्मॉग गन लगाने जा रहा है ।

इन तमाम कोशिशों के बीच स्मॉग को लेकर हमेंशा की तरह राजनीति भी जारी है । एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है । दरअसल दिल्ली में स्मॉग के पीछे की बड़ी वजह पंजाब, हरियाणा और आसपास के राज्यों में पराली जलाने को माना जाता है । पराली जलने से उत्पन्न होने वाला धुआं हवा के साथ चलकर पूरे दिल्ली-एनसीआर को अपनी चपेट में ले लेता है । पराली जलाने पर रोक लगाने को लेकर स्थानीय सरकारें दावा तो बहुत करती है परन्तु अबतक इसका कोई समाधान निकालने में नाकाम ही रही है । बहरहाल इन सबके बीच चिंता की बात ये है कि फेस्टिव सीजन में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की संभावना है ।

 

 


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