अब दिल्ली से मेरठ का सफर 70 मिनट में,आम जनता के लिए खोला गया डीएमई

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गाजियाबाद, 01 अप्रैल(हि.स.)। 8346 करोड़ की लागत से बने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को गुरुवार को आम जनता के लिए खोल दिया गया। इसके बाद इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई।
 यह एक्सप्रेसवे पश्चिमी यूपी की लाइफलाइन बनेगा। हालांकि अभी टोल की दरें निर्धारित नहीं हुई हैं। अगले दो-तीन दिनों में टोल दरों का निर्धारण हो सकता है। टोल दरें किमी के आधार पर तय होनी प्रस्तावित है। एक्सप्रेसवे शुरू होने के साथ ही दिल्ली से मेरठ की दूरी एक घंटा और गाजियाबाद से मेरठ जाने में केवल 30 मिनट लगेंगे। इस एक्सप्रेस पर कार के लिए 100किमी तथा माल वाहक के लिए 80 किमी प्रति घंटा के हिसाब से गति सीमा निर्धारित की गई है।
 दूसरी ओर उत्तराखंड जाने वाले लोगों को दिल्ली-मेरठ हाईवे के लंबे जाम से स्थायी रूप से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही प्रदूषण भी कम होगा। इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में छह साल लग गए।
दरअसल, दिल्ली-मेरठ की दूरी को कम करने के लिए 2008 में मंथन शुरू हुआ था। 2015 दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। पहले प्रोजेक्ट को नवंबर 2019 में पूरा करने की समयसीमा तय की गई थी, लेकिन तकनीकी कारणों और फिर कोरोना महामारी के चलते प्रोजेक्ट की समयसीमा करीब डेढ़ साल बढ़ गई।
डासना में एक्सप्रेसवे पर चढ़ने-उतरने को पांच-पांच लेन
 दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए डासना में पांच-पांच लेन उपलब्ध होंगी। चढ़ते और उतरते वक्त जाम की स्थिति न बने। इसके लिए एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ पांच-पांच लेने के टोल बूथ बनाए गए है, लेकिन टोल बूथों के बीच में करीब 100 मीटर का अंतर रखा गया है। पहले दो लेन के दो बूथ बनाएं गए है। उसके बाद कुछ दूरी पर चलकर तीन लेन के टोल बूथ बनाए गए है। इस तरह के टोल बूथ दोनों तरफ बनाए गए हैं। साथ ही एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार और चलती हुई गाड़ी की नंबर प्लेट पर नजर रखने को कुल 170 सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। कैमरों की मदद से हर पल वाहनों पर नजर रखी जाएगी। गाड़ी की स्पीड से लेकर गाड़ी में अंदर बैठे यात्री तक पर एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) कैमरों की मदद से नजर रखेगी।
 इस हाईवे पर सराय काले खां, अक्षरधाम, इंदिरापुरम, डूंडाहेड़ा, डासना ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, भोजपुर व प्रतापपुर में चढ़ने उतरने की सुविधा आम जनता को मिलेगी। इसकी कुल लंबाई 82.01 किमी है।
 एनएचएआई के निदेशक मुदित गर्ग ने बताया कि बुधवार की देर रात को एक्सप्रेस वे से बेरिकेटिंग हटाती शुरू कर दी गयी थी और गुरुवार सुबह एक्सप्रेस वे को खोल दिया गया। उनका कहना है कि जल्दी ही टोल दरें निर्धारित कर दी जाएंगी।

 


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