छत्तीसगढ़ में 10 गुना बढ़े एचआईवी संक्रमित मरीज
रायपुर, 1 दिसंबर (हि. स.)। छत्तीसगढ़ में एचआईवी संक्रमितों की संख्या 10 गुना से अधिक बढ़ गयी है। एचआईवी संक्रमितों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत राज्य एड्स नियंत्रण समिति कार्य कर रही है। जिसके साथ कई संगठन जुड़े हुए है।
इस बीमारी के प्रचार-प्रसार, लोगों को जांच के लिए प्रेरित करने, दवाइयां उपलब्ध करवाने और मोटिवेट करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
आंकड़ों के मुताबिक साल 2003 में छत्तीसगढ़ 3,395 लोग इस बीमारी से संक्रमित थे, आज यह आंकड़ा 35,700 पहुंच चुका है। हालांकि संख्या बढ़ने की वजह इस बीमारी के प्रति जागरूकता, जांच और इलाज को माना गया है। मगर यह भी उतनी ही सच्चाई है कि आंकड़ा तो बढ़ ही रहा है।
राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था है।
वर्तमान में आंबेडकर अस्पताल रायपुर, जिला अस्पताल दुर्ग, सिम्स बिलासपुर, महारानी अस्पताल जगदलपुर और जिला अस्पताल सरगुजा में 5 एआरटी सेंटर संचालित हैं। वहीं जिला अस्पतालों में 31 सुरक्षा क्लीनिक खोले गए हैं। जहां निःशुल्क परामर्श की सुविधा है। गर्भवती माताओं की जांच के लिए 4 पीपीटीसीटी सेंटर भी हैं।
147 आईसीटीसी सेंटर में इनकी जांच की व्यवस्था है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सरकार एचआईवी संक्रमितों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ दे रही है।
युवा सबसे ज्यादा जद में
एचआईवी संक्रमित होने वाले आयुवर्ग में युवाओं का प्रतिशत सर्वाधिक है। तो वहीं महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा संक्रमित हैं। संक्रमितों में 38 प्रतिशत महिलाएं और 62 प्रतिशत पुरुष हैं।
36 संस्थाएं इस प्रोग्राम से जुड़ी
प्रदेश में 36 स्वयंसेवी संगठन एचआईवी के प्रति जागरुकता लाने के लिए जिलों में काम कर रही हैं।