भारत-बांग्लादेश सीमा पर पिछले एक साल में 2601 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए : गृह राज्य मंत्री

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नई दिल्ली, 12 मार्च। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर पिछले एक साल में 2601 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है।

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में अवैध प्रवासन और सीमा सुरक्षा से जुड़े प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर 1 जनवरी 2024 से 31 जनवरी 2025 तक कुल 2601 लोगों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि 2024 में जनवरी में 138, फरवरी 124, मार्च 118, अप्रैल 91, मई 32, जून 247, जुलाई 267, अगस्त 214, सितंबर 300, अक्टूबर 331, नवंबर 310, दिसंबर 253 और 2025 के जनवरी माह में 176 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार ने उन्नत निगरानी प्रणाली, अतिरिक्त बलों की तैनाती और तकनीकी एकीकरण को अपनाया है। सुरक्षा उपायों में हैंडहेल्ड थर्मल इमेजर, नाइट विजन डिवाइस, मानव रहित हवाई वाहन, सीसीटीवी अथवा पीटीजी कैमरे आईआर सेंसर और असम के धुबरी में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित समग्र एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं। परिचालन स्तर पर, सीमा पर लगातार गश्त, नाके, अवलोकन चौकियों तथा स्थानीय पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ संयुक्त अभियान चलाए जा रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में फ्लड लाइट और सौर लाइट के माध्यम से रोशनी की व्यवस्था की गई है जबकि नदी क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए नावें और फ्लोटिंग सीमा चौकियां तैनात की गई हैं। खुफिया नेटवर्क को मजबूत किया गया है ताकि तस्करों की पहचान और निगरानी की जा सके, साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त अवरोधों के साथ बाड़बंदी को उन्नत किया गया है। सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय बैठकों, डॉग स्क्वायड की तैनाती, गहन वाहन गश्त और बीएसएफ द्वारा संचालित 15 मानव तस्करी विरोधी इकाइयों की सक्रियता से सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया गया है।

राय ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), संयुक्त भारत बांग्लादेश दिशा निर्देश 1975 के अनुसार विभिन्न स्तरों पर सीमा गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ विभिन्न स्तरों पर समन्वय स्थापित करता है। इसके अलावा 2011 में बीएसएफ और बीजीबी के बीच हस्ताक्षरित समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के तहत निर्धारित तंत्र के अनुसार नोडल अधिकारी नियमित बैठकें आयोजित करते हैं।

उन्होंने बताया कि बीएसएफ की दक्षता बढ़ाने के लिए कई उपाय किए गए हैं, जिनमें अवलोकन चौकियों की स्थापना, जवानों की संख्या में वृद्धि, सीमा बाड़बंदी और फ्लड लाइट व्यवस्था का निर्माण शामिल है। नदी क्षेत्रों की निगरानी के लिए जलयान, नौकाएं और फ्लोटिंग सीमा चौकियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा हैंडहेल्ड थर्मल इमेजर, नाइट विजन डिवाइस, ट्विन टेलीस्कोप, मानव रहित हवाई वाहन जैसे उन्नत तकनीकी उपकरणों की तैनाती की गई है। खुफिया तंत्र को सुदृढ़ किया गया है और राज्य सरकारों एवं खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय को और मजबूत किया गया है।


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