IIT गुवाहाटी में अब प्रवेश प्रक्रिया के दौरान मेडिकल चेकअप जरूरी, जानिए क्यों ?
आईआईटी गुवाहाटी देश के उन चुनिंदा संस्थानों में से एक है जहां पढ़ना छात्रों का सपना होता है. इसके लिए वो दिन-रात पढ़ाई करते हैं और तब जाकर वो उनका सपना पूरा होता है. देश के शीर्ष दस शिक्षण संस्थानों में शामिल आईआईटी गुवाहाटी में जितनी शानदार पढ़ाई होती है उतना ही खूबसूरत है इसका कैंपस. परन्तु हाल के दिनों में
संस्थान जिन कारणों से चर्चा में रहा है वो न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि चिंता में भी डालने वाला है.
पिछले दिनों आईआईटी गुवाहाटी में पढ़ने वाला एक छात्र अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था. वह मूल रुप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और तृतीय वर्ष के कंप्यूटर साइंस का छात्र था. इसे आत्महत्या बताया गया. घटना को लेकर छात्रों ने काफी विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि मृतक छात्र स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा था. इसकी वजह से क्लास में उसका अटेंडेंस कम हो गया. इस बात को लेकर वह काफी परेशान रहता था. छात्रों के मुताबिक मृतक छात्र ने अपने स्वास्थ्य को लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट्स भी प्रस्तुत किए थे लेकिन उन पर विचार नहीं किया गया, जिससे वह और अधिक तनाव में चला गया. इस घटना के बाद आईआईटी गुवाहाटी प्रबंधन को लेकर कई सवाल उठने शुरू हो गए.
अब संस्थान ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. अब आईआईटी गुवाहाटी में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान छात्रों के लिए चिकित्सा जांच अनिवार्य कर दिया है. संस्थान के निदेशक ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इससे भविष्य में होने वाली इस तरह की त्रासदियों को रोकने और छात्रों की आवश्यक देखभाल सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. निदेशक ने जोर देकर कहा कि आईआईटी गुवाहाटी सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
संस्थान की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि छात्रों के आत्महत्या की कई घटनाएं गैर-शैक्षणिक प्रकृति की थीं. अब छात्रों के बेहतर सहायता प्रणाली के लिए आईआईटी गुवाहाटी ने कई कदम उठाए हैं जिनमें खुला संवाद और समर्थन, उन्नत परामर्श सेवाएं, संकाय सलाहकार प्रणाली और व्यापक चिकित्सा जाँच शामिल है.