किट्टी मंगलम हत्याकांड के आरोपितों का हुआ टीआईपी
नई दिल्ली, 21 अगस्त (हि.स.)। वसंत विहार में हुई पूर्व केंद्रीय मंत्री पी रंगराजन कुमार मंगलम की पत्नी किट्टी मंगलम की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। जेल में बंद हत्या के तीनों आरोपितों की टीआईपी (पहचान परेड) करवाई गई है, जिसमें उनकी पहचान हो गई है। यह पहचान घरेलू नौकरानी ने की है जो इस वारदात में खुद भी शिकार बनी थी। टीआईपी में पहचान होने के चलते अब हत्या के तीनों आरोपितों के लिए सजा से बचना कठिन हो गया।
जानकारी के अनुसार, बीते छह जुलाई को वसंत विहार इलाके में पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी किट्टी कुमार मंगलम और उनकी घरेलू नौकरानी पर जानलेवा हमला हुआ था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस को 33 वर्षीय मिथिला अचेत अवस्था में मिली थी, जबकि दूसरे कमरे में 70 वर्षीय मंगलम बेहोश थीं। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। पुलिस ने तुरंत दोनों को उपचार के लिए सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया था जहां मंगलम को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। वहीं मिथिला की जान बच गई थी।
मिथिला ने पुलिस को बताया था कि रात के समय धोबी राजू उनके घर आया था। उसके साथ दो अन्य युवक भी थे। उन्होंने घर में आकर उनके ऊपर हमला करने के बाद में लूटपाट की। इस जानकारी पर पुलिस ने सबसे पहले राजू को गिरफ्तार कर लिया था। उसने पुलिस को बताया था कि राकेश और सूरज उर्फ छोटू के साथ मिलकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने अन्य दो आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया था। इनके पास से लूटे गए गहने भी पुलिस ने बरामद कर लिए थे। फिलहाल तीनों आरोपितों को जेल में रखा गया है।
इस मामले में पुलिस ने कोर्ट से आरोपितों की पहचान परेड करवाने के लिए पत्र दिया था। अदालत से मंजूरी लेने के बाद आरोपितों की पहचान परेड हुई है। इसमें तीनों आरोपितों की पहचान घरेलू नौकरानी मिथिला ने कर ली है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों ने घर से लूटे गए गहनों को भी पहचान लिया है। इस मामले में आरोपितों की पहचान परेड में पहचान होना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें सजा दिलवाने में पुलिस को काफी मदद मिलेगी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपित राजू करीब एक महीने से लूटपाट की साजिश रच रहा था। उसे पता था कि किट्टी मंगलम घर पर अकेली रहती हैं। उनके घर से काफी नकदी और गहने मिल सकते हैं।
एक सप्ताह पहले तीनों ने तय किया कि वह वारदात करेंगे और छह जुलाई को इसे अंजाम दिया। आरोपितों ने घर से एक तिजोरी भी लूटी थी जिसे वह अपने साथ ले गए थे। वसंत विहार इलाके में ही आरोपितों ने उसे तोड़ा था, लेकिन उसमें केवल दस्तावेज थे। इसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया था।
उल्लेखनीय है कि वारदात में मारी गई किट्टी मंगलम सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता थीं। उनके पति पी. रंगराजन कुमारमंगलम सलेम संसदीय क्षेत्र से 1984 से 1986 तक और त्रिचूरपाली से 1998 से 2000 तक सांसद रहे हैं। वह नरसिम्हा राव सरकार में कानून एवं न्याय राज्य मंत्री थे। इसके अलावा वाजपेयी सरकार में वह बिजली मंत्री थे। अगस्त 2000 में उनका देहांत हुआ था।