नई दिल्ली, 29 अप्रैल (हि.स.)। दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य विमान अमेरिका से कोविड राहत सामग्री लेकर गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंच गया है। ब्रिटेन से 120 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर युक्त एक शिपमेंट आज सुबह भारत आया। इसके अलावा रूस से भी दो हवाई जहाज 20 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर , 75 वेंटिलेटर, 150 बेडसाइड मॉनिटर और 22 मीट्रिक टन दवाइयां लेकर आज सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे । इसके बाद मई से रूस अपनी वैक्सीन स्पुतनिक वी की भी आपूर्ति शुरू करने जा रहा है ।
रूस के दो कार्गो विमान आज सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे । रूस से आये सामान में 20 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर , 75 वेंटिलेटर, 150 बेडसाइड मॉनिटर और 22 मीट्रिक टन दवाइयां शामिल हैं । एयर कार्गो से यह चिकित्सा सामग्री उतारने के लिए दिल्ली कस्टम्स ने 24 x 7 के मिशन पर अपने कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। भारत में रूसी राजदूत निकोले कुदाशेव ने मेडिकल सामग्री भारत पहुंचने के बाद कहा है कि कोरो ना वायरस के खिलाफ मौजूदा संयुक्त लड़ाई में स्पुतनिक वी की आगामी डिलीवरी भी शामिल है, जो मई से शुरू हो रही है । इसके बाद भारत में इसके उत्पादन और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में रूस पूरी तरह भारत का सहयोग करेगा । उन्होंने कहा कि रूसी संघ ने रणनीतिक साझेदारी की भावना के तहत भारत को मानवीय सहायता भेजने का फैसला किया है ।
अमेरिका ने महामारी की शुरुआत के बाद से 23 मिलियन डॉलर से अधिक की सहायता प्रदान की है, जो लगभग 10 मिलियन भारतीयों तक सीधे पहुंचती है । अंतर राष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका एजेंसी (यूएसएआईडी) तेज़ी से 1,000 मेडिकल ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर की खरीद कर रहा है जिनका उपयोग 320 प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में किया जाएगा । अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन ने कहा है कि हम भारत के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का हर तरह से समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं । अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के लोगों की मदद करने के लिए दृढ़ है। हम कोविड -19 के खिलाफ साझा लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहेंगे ।