जमुई,02 दिसम्बर (हि.स.)। बिहार में जमुई जिले के मलयपुर गांव के रहने वाले उत्पल कुमार सिंह को लोकसभा का महासचिव बनाया गया है।उन्होंने 01 दिसम्बर को पदभार ग्रहण किया हैं।यह खबर जैसे ही उनके गांव मलयपुर पहुंची तो यहां के स्थानीय लोगों की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
उनकी चाची ने बताया कि उत्पल कुमार ने फोन करके उनके हाथ के पराठे खाने की बात बताई।लोकसभा के नए महासचिव उत्पल कुमार सिंह का उनका नया पद ऊंचा भले ही है, लेकिन वे आज भी अपने गांव मलयपुर और उसकी मिट्टी से जुड़े हैं।
लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने महासचिव के पद के लिए नियुक्त किया,उन्होंने तुरंत अपने पैतृक गांव फोन घुमाया।चाचा से बात की और गांव आकर चाची के हाथ से बने पराठे और चोखा खाने की इच्छा जताई।अपने साथियों को भी याद किया जिनके साथ गांव की टेढ़ी मेढ़ी गलियों में संग खेला करते थे।तमाम पड़ोसियों से लेकर पूरे गांव का हालचाल भी पूछा।
उत्पल सिंह की चाची बताती हैं कि उत्पल बचपन से ही सरल स्वभाव के थे और वह पढ़ने में काफी कुशाग्र थे।खाना खाते समय भी वह अपने किताबों को हाथों से अलग नहीं किया करते थे।उन्होंने बताया कि सोमवार को उत्पल ने ही उनके मोबाइल पर फोन कर जानकारी दी थी कि उन्हें लोकसभा के महासचिव पद पर नियुक्त किया गया है।
उनके चाचा जुगल किशोर सिंह और नवल किशोर सिंह ने बताया कि उत्पल बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थे।उनके पिता बोकारो थर्मल पावर में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे,इसलिए उनकी पढ़ाई भी वहीं से हुई थी। हालांकि वह मलयपुर स्थित अपने पैतृक आवास पहुंचकर आईएएस की तैयारी भी करते थे।
उल्लेखनीय हैं कि उत्पल कुमार सिंह 1986 बैच के उत्तराखंड कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। रिटायर्ड आईएएस उत्पल कुमार सिंह ने अपनी 34 साल की सर्विस में यूपी के मुजफ्फरनगर और आजमगढ़ जैसे चुनौती भरे जिलों से लेकर पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दी हैं।जून 2000 में उत्पल कुमार सिंह की पोस्टिंग सबसे पहले उत्तराखंड में बतौर कुमाऊं मंडल विकास निगम में मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर हुई थी।
नए उत्तराखंड राज्य की स्थापना के उपरांत उन्हें नैनीताल जिले का डीएम बनाया गया था,जहां उन्होंने तकरीबन सवा साल तक अपनी सेवाएं दीं और इसके बाद उनकी पदोन्नति सचिव स्तर पर हो गई।वर्ष 2002 में उत्पल कुमार को गढ़वाल मंडल विकास निगम का एमडी बनाया गया। उन्होंने जिम्मेदारियों को बखूबी से निभाया।
सेवानिवृत आईएएस अधिकारी उत्पल कुमार सिंह की कुशल कार्य क्षमता व उनकी बेहतरीन कार्यशैली को देखते हुए उन्हें वर्ष 2012 में भारत सरकार में भेजा गया,जहां उन्होंने कृषि मंत्रालय में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। यहां उन्हें पदोन्नति के बाद अपर सचिव बनाया गया और उसके बाद अक्टूबर 2017 में उत्तराखंड सरकार ने उन्हें वापस उत्तराखंड बतौर मुख्य सचिव बुला लिया।इसके बाद वह लगातार उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे रहे थे।उत्तराखंड में चल रहे पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए केंद्र ने अपना एक जिम्मेदार अधिकारी उत्तराखंड भेजा था।उत्तराखंड में मुख्य सचिव के तौर पर उन्होंने अपनी इस जिम्मेदारी को बखूबी से निभाया। मलयपुर गांव समाजवादियों की पावन धरती रही हैं,जहां महान समाजवादी नेता श्यामा प्रसाद सिंह,बिहार के मुख्यमंत्री दिवंगत चंद्रशेखर सिंह,डीआईजी मदनजीत सिंह जैसे सरीखे सपूतों की धरती रही हैं।