जेएनयू कुलपति ने घर में जबरन घुसे छात्रों को किया माफ, नहीं दर्ज कराएंगे शिकायत
नई दिल्ली, 26 मार्च (हि.स.)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि उनकी गैरमौजूदगी में कथित तौर पर जबरन घर में घुसकर पत्नी को घंटों बंधक बनाकर रखने वाले विश्वविद्यालय के छात्रों को उन्होंने माफ कर दिया है। वह उनके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराएंगे। जेएनयू छात्र संघ ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मार्च को हिंसक बताकर छात्रों को बदनाम किया जा रहा है।
जेएनूय में नए शैक्षणिक सत्र में दाखिला के लिए पहली बार छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। इसी के विरोध में वाम संगठनों के छात्र सोमवार को कुलपति से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे। हालांकि उस समय कुलपति जेएनूय परिसर में मौजूद नहीं थे।
जेएनयू कुलपति ने कहा कि जेएनयू स्थित उनके आवास पर छात्रों ने सोमवार की रात को जो हिंसक व्यवहार किया, वह निंदनीय है। हालांकि पत्नी और उन्होंने तय किया है कि वह छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करेंगे। हमने उन्हें माफ कर दिया है। हम उम्मीद करते हैं कि छात्र भविष्य में इस तरह के कृत्यों को नहीं दोहराएंगे।
कुलपति ने कहा कि वह वह छात्रों के अधिकारों का सम्मान करते हैं लेकिन गैरकानूनी साधनों का उपयोग करना और हिंसक तरीके से व्यवहार करना जेएनयू के छात्रों से अपेक्षित नहीं है। एक शिक्षक और जेएनयू का प्रमुख होने के नाते उन्हें माफ कर दिया हूं। मुझे उम्मीद है कि वे खुद को सुधार लेंगे।
उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी उस समय अकेली थीं। आप घर पर अकेली महिला की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं जो 400-500 नारे लगाने वाले छात्रों से घिरी हो। वह लगभग तीन घंटे तक घर में ही कैद रहीं। कुमार ने कहा कि वह एक आधिकारिक बैठक में थे।