नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (हि.स.)। सरकार ने हुवावेई सहित सभी टेलिकॉम कंपनियों को 5जी स्पेक्ट्रम ट्रायल के लिए देने का फैसला किया है। यह जानकारी दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सोमवार को दी। उन्होंने कहा कि सरकार सभी कंपनियों को ट्रायल के लिए 5जी स्पेक्ट्रम देने का फैसला किया है।
रवि शंकर प्रसाद ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि इस बारे में फैसला ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि 5जी भविष्य है, यह रफ्तार है। हम 5जी में नए इनोवेशन को प्रोत्साहन देंगे। सूत्रों ने बताया कि हुवावेई सहित सभी ऑपरेटर और वेंडर इस परीक्षण में शामिल किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड और अन्य टेलीकॉम सर्विसेज में विश्व के बड़े देशों की बराबरी पर भारत को लाने के लिए केंद्र सरकार 5जी स्पेक्ट्रम की जल्द ही नीलामी की योजना बना रही है। गौरतलब है कि डिजिटल संचार आयोग (डीसीसी) ने 20 दिसंबर को 5.22 लाख करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम नीलामी योजना को मंजूरी दी है।
दरअसल डीसीसी द्वारा दी गई मंजूरी के तहत मार्च-अप्रैल, 2020 में 22 सर्किलों में 8,300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को बोली के लिए रखा जाएगा। दूरसंचार विभाग के सूत्रों ने कहा कि सरकार जल्द ही 24.75-27.25 गीगाहर्ट्ज वाले ‘मिलीमीटर वेव बैंड’ के लिए ट्राई के सुझाव मांगेगी, जो कि 5जी के लिए अत्यधिक मांग वाला बैंड है।