लॉस एंजेल्स 31 मई (हि.स.)। अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक एम.शैनहेन के नेतृत्व में अमेरिकी अधिकारियों का एक शिष्टमंडल सिंगापुर होते हुए भारत के दौरे पर आ रहा है, जो अपने अगले पड़ाव में श्रीलंका जाएगा।
पिछले सितंबर महीने में मंत्री स्तरीय दो प्लस दो वार्ता के बाद भारत और अमेरिका के बीच सामरिक साझेदारी और हिंद प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग को लेकर अहम बातचीत हुई थी। इस शिष्टमंडल का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में अमेरिकी साझेदारी, रक्षा व्यापार और अमेरिकी उद्योग के विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा करना है और इस क्षेत्र में सहयोग को गति प्रदान करना है।
अमेरिका हिंद प्रशांत क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख साझेदार मानता है और भारत-अमेरिका हिंद प्रशांत रणनीतिक साझेदारी की परिकल्पना के अनुरूप इसे खुला और समावेशी बनाने में योगदान देना है। इस शिष्ट मंडल में हथियार नियंत्रण एवं अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की अवर सचिव एंड्रिया एल थाॅम्पसन भी मौजूद होंगी। अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री आर क्लार्क कूपर ,जो राजनैतिक और सैन्य मामलों की प्रभारी हैं, अग्रिम टीम की नेता के रूप में दिल्ली पहुंच चुकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि यह शिष्ट मंडल गुरुवार को मोदी सरकार की शपथ ग्रहण के पश्चात शुक्रवार से वार्ता शुरू कर देगा।
इस शिष्टमंडल का एक और उद्देश्य शांगरी-ला संवाद के अंतर्गत हिंद-प्रशांत क्षेत्र के रक्षा एवं सुरक्षा नीति विशेषज्ञों के बीच परस्पर सम्पर्क बढ़ाना और रिश्तों को सुदृढ़ बनाना है।