हमें समाज सुधार के लिए लगातार अभियान चलाना है : नीतीश
-समाज सुधार अभियान के आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने मधेपुरा में जीविका दीदियों को किया संबोधित
पटना/मधेपुरा, 06 मार्च (हि.स.)। समाज सुधार अभियान के आखिरी दिन रविवार को मधेपुरा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की ही मांग पर हमने शराबबंदी प्रदेश में लागू किया था। मैं अपने कॉलेज जीवन से ही इसके खिलाफ रहा हूं।
स्थानीय बीएन मंडल स्टेडियम में नीतीश ने कहा कि समाज सुधार अभियान की शुरुआत तो हमने 2016 ही कर दी थी। 2021 के आखिरी माह से हमने दुबारा इसे शुरु किया लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के कारण इसे जनवरी के आखिरी सप्ताह में रोकना पड़ा। उन्होंने कहा कि नौ जुलाई, 2015 को जीविका दीदियों और महिलाओं के एक कार्यक्रम में महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की। उसी समय महिलाओं से वादा किया कि दुबारा सत्ता में आए तो शराबबंदी लागू करेंगे। सत्ता में आते ही 01 अप्रैल, 2016 में इसे लागू कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2018 में सर्वे हुआ तो पता चला कि 01 करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है लेकिन कुछ गड़बड़ करने वाले भी होते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता के जन्मदिन पर 2017 में जीविका दीदियों के समक्ष ही हमने बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया था। हमें समाज सुधार के लिए लगातार अभियान चलाना है। इसी तरह 2018 में सतत जीविकोपार्जन योजना शुरू किया था। इसके लिए हमने लोगों को जागरूक किया कि ताड़ के पेड़ से ताड़ी नहीं बनानी। आप इससे नीरा का उत्पादन कीजिए। इसका उत्पादन हो रहा है लेकिन इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन कराना है।
इस मौके पर नीतीश ने पूर्व सांसद स्वर्गीय रमेंद्र कुमार यादव ‘रवि’ एवं उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय मीरा देवी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि भी दी।