सूरतवासियों को भाए राजस्थानी हैण्डलूम उत्पाद
जयपुर, 04 मार्च (हि.स.)। साडि़यों और वस्त्रों के लिए मशहूर सूरतवासियों में राजस्थानी हैण्डलूम के उत्पादों का जबरदस्त क्रेज देखने को मिला है। खासतौर से युवतियों को राजस्थानी रंग संयोजन के वस्त्र विशेष रुप से अपनी और खींच रहे हैं।
आरएचडीसी की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने बताया कि राजस्थान स्टेट हैण्डलूम कारपोरेशन द्वारा प्रदेश के बुनकरों और हस्तशिल्पियों द्वारा उत्पादित वस्त्रों की भारत सरकार द्वारा सूरत में आयोजित दस दिवसीय हैण्डलूम प्रदर्शनी में प्रदर्शन और बिक्री की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदर्श़नी में सूरतवासियों में राजस्थानी वस्त्रों और परिधानों के प्रति जबरदस्त क्रेज देखा गया। सूरतवासियों द्वारा राजस्थान के बगरु, सांगानेरी, बाड़मेरी, आकोला, कोटा डोरिया आदि डिजाइन के वस्त्रों आदि की जमकर खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि खासतौर से कोटा डोरिया की साडि़या व स्ट्राल्स, सूट्स, दुपट्टे आदि महिलाओं द्वारा खासा पसंद किए जा रहे है।
सीएमडी नेहा गिरि ने बताया कि इसी तरह से सांगानेरी, बगरु, बाड़मेरी प्रिंट की सिंगल व डबल बैडशीट्स, चादर हैण्डलूम की खेस व अन्य वस़्त्रों की अच्छी मांग देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड के कारण प्रभावित बुनकरों, दस्तकारों और हस्तशिल्पियों को विपणन मंच उपलब्ध कराने और उनके उत्पादों से रुबरु कराने के लिए आरएचडीसी द्वारा प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेशों में आयोजित प्रदर्शनियों में हिस्सा लेने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में 25 फरवरी से 6 मार्च तक आयोजित इस प्रदर्शनी में राजस्थान के उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री की व्यवस्था की गई है।