सुनहरे सोने का काला करोबार, अफ्रीका को अरबों डॉलर का नुकसान
नैरोबी/नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)। अफ्रीका में सोने की खदानों से प्रतिवर्ष करोड़ों डॉलर का सोना तस्करी किया जा रहा है। मध्य-पूर्व में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के माध्यम से अरबों डॉलर का सोना हर साल अफ्रीका से बाहर तस्करी कर भेजा जाता है। सैकड़ों टन सोने की तस्करी के लिए यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई देशों के लिए अमीरात अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा अफ्रीका के कई राज्यों से सोने का निर्यात किया गया है, जिसका आंकड़ा कस्टम विभाग को नहीं दिया गया। लिहाजा, सैकड़ों टन सोने की तस्करी होने से अफ्रीका को अरबों रुपये के कर का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कस्टम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अफ्रीका से वर्ष 2016 में यूएई करीब पंद्रह बिलियन डॉलर यानी पंद्रह अरब रुपये का सोना आयात किया था। इसी वर्ष में सभी देशों को मिलाकर करीब डेढ बिलियन डॉलर (एक अरब पचास करोड़ रुपये) का सोना आयात किया। कुल 446 टन सोने का आयात किया गया, इसमें से 67 टन सोना उच्च कोटी का था। युगांडा, चाड, नाइजर, घाना, तंजानिया, जिम्बाब्वे, मलावी, बुर्किना फासो, माली और सूडान सहित लगभग तीन दर्जन से अधिक राज्यों में साने का खनन किया जाता है।
व्यापार जगत के अर्थशास्त्रियों ने बताया कि अफ्रीकी राज्यों में बड़े पैमाने पर सोने का उत्पादन होता है। इसमें से चालीस फीसदी से भी अधिक सोना तस्करी में चला जाता है। लिहाजा, जो राज्य सोना उत्पादन करते हैं, उन्हें किसी तरह का कर नहीं मिल पा रहा है। सोने के इस काले कारोबार में जवान, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। अफ्रीका के पास सोने को शुद्ध करने की सीमित रिफायनरियां होने के चलते सोने को अन्य स्थानों पर भेजना पड़ता है। इसमें यूएनई, पश्चिमी बाजार की लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन और दी स्टैंडर्ड सेटर प्रमख हैं।
सीईईसी के निदेशक थियरी बोलिकी ने बताया कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो एक प्रमुख सोने का उत्पादक है। यहां जिताना भी सोने का उत्पादन होता है, उसमें से महज एक फीसदी ही सोने के निर्यात का आंकड़ा दर्ज किया जाता है, शेष सोने की तस्करी पड़ोसी युगांडा और रवांडा में की जाती है। यह निश्चित रूप से हमारे लिए चिंताजनक है, लेकिन हमारे पास इसे रोकने के लिए बहुत उपाय हैं। बहरहाल, अफ्रीका से सोने की तस्करी से राजस्व का नुकसान तो पहुंच ही रहा है साथ में पर्यावरण, कानून, घुसपैठ, हथियार, मादक पदार्थों की तस्करी सहित कई मसले देश के लिए चिंताजनक बने हुए हैं।