सामूहिक हत्याकांड के दो सजायाफ्ता मुल्जिमों ने किया आत्मसमर्पण
-चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस बल फिर दोनों अपराधी पहुंच गये अदालत
हमीरपुर, 13 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सोमवार को पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था को धता बताते हुये सामूहिक हत्याकांड के सजायाफ्ता दो मुल्जिमों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। सदर विधायक अशोक सिंह चंदेल न तो अभी तक पुलिस की गिरफ्त में आये हैं और न ही उनका कोई सुराग का पता चल सका है। उनके आवास में सन्नाटा पसरा है। सामूहिक हत्याकांड के दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर फिलहाल जिला सत्र न्यायालय के अन्दर बाहर पुलिस का पहरा है।
उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी 1997 की देर शाम हमीरपुर शहर के सुभाष बाजार में भाजपा नेता राकेश शुक्ला, राजेश शुक्ला, समेत पांच लोगों की सामूहिक हत्या हुयी थी। मृतक के राकेश शुक्ला व राजेश शुक्ला के भाई राजीव शुक्ला भी गोलीबारी में घायल हुये थे। इस घटना में सदर विधायक अशोक सिंह चंदेल, शराब व्यवसायी रघुवीर सिंह, उनके पुत्र डब्बू सिंह, भान सिंह, नसीम, प्रदीप सिंह, श्याम सिंह, साहब सिंह, उत्तम सिंह, रुक्कू, झंडू सिंह, समेत 12 लोग नामजद किये गये थे। इस मामले की सुनवाई करते हुये 19 अप्रैल 2019 को हाईकोर्ट इलाहाबाद की डबल बेंच ने भाजपा के सदर विधायक अशोक सिंह चंदेल समेत नौ दोषियों को उम्रकैद की सजा दी थी।
मुकदमा के दौरान झंडू सिंह की मौत हो चुकी है वहीं एक अन्य दोषी रुक्कू सामूहिक हत्याकांड में उम्रकैद की सजा में पहले से ही जेल में बंद है। हाईकोर्ट से सजा होने के बाद हमीरपुर स्थित एडीजे की अदालत से पिछले हफ्ते सदर विधायक समेत सभी नौ दोषियों की गिरफ्तारी के लिये गैर जमानती वारंट जारी किया जा चुका है। सामूहिक हत्याकांड के सजायाफ्ता मुल्जिमों की गिरफ्तारी के लिये यहां पुलिस की कई टीमें गठित की गयी है। सभी दोषियों को सोमवार को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने के आदेश भी जारी है जिसे लेकर पुलिस ने जिला सत्र न्यायालय के परिसर और प्रमुख गेटों पर पुलिस बल सुबह से तैनात कर दी गयी है। न्यायालय जाने आने वाले मार्ग पर भी पुलिस पहरा देती रही इसके बाद भी सुभाष बाजार स्थित घर से निकलकर सजायाफ्ता मुल्जिम नसीम सीधे अदालत पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। कुछ घंटे बाद सामूहिक हत्याकांड में उम्रकैद की सजा पाये भान सिंह ने भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुये अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
सामूहिक हत्याकांड के वादी राजीव शुक्ला ने बताया कि जिला न्यायालय और आसपास मार्गों पर भारी पुलिस बल मुस्तैद रहने के बाद भी नसीम व भान सिंह ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। इन दोनों को पुलिस गिरफ्तार भी नहीं कर सकी है।