संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 11 से 13 तक कर्णावती में
देशभर से 1248 प्रतिनिधि लेंगे भागः आंबेकर
अहमदाबाद, 09 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई “अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा” की बैठक 11 से 13 मार्च तक कर्णावती में आयोजित की गई है। इसमें देशभर से 1248 प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह जानकारी बुधवार को संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
आंबेकर ने बताया कि बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी प्रमुख अखिल भारतीय पदाधिकारी पूरे समय उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में सभी क्षेत्र, प्रांत एवं विभाग इकाई के प्रमुख पदाधिकारी, चयनित प्रतिनिधि और विविध संगठनों के पदाधिकारी भी अपेक्षित रहते हैं। इस बार विविध क्षेत्रों में कार्यरत 36 संगठनों के संगठन मंत्री एवं प्रतिनिधि अपेक्षित हैं।
उन्होंने बताया कि इस बैठक में सांगठनिक कार्य योजना बनायी जाती है और पिछले वर्ष के कार्यों की समीक्षा होती है। सरकार्यवाह संघ कार्य एवं प्रांतों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि 2025 में संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के मद्देनजर सभी प्रांतों में जो कार्ययोजना बनायी गयी है, उस पर भी चर्चा होगी। संघ कार्य के संख्यात्मक आंकड़े प्रांत सह प्रस्तुत किए जाएंगे। शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ कार्य को एक लाख शाखा तक ले जाने का लक्ष्य तय किया गया है।
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख आंबेकर ने बताया कि संघ में अलग-अलग प्रकार की बैठकें होती हैं। उनमें सबसे बड़ी एवं निर्णय की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण बैठक प्रतिनिधि सभा है। पूर्व में प्रतिनिधि सभा नागपुर में ही होती थी। नागपुर से बाहर प्रतिनिध सभा की बैठक पहली बार 1988 में गुजरात के राजकोट में हुई थी।
आंबेकर ने कहा कि देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर विभिन्न प्रांतों में जो आयोजन किया गया है, उसकी चर्चा भी इस बैठक में होगी। स्वाधीनता के गुमनाम वीरों के बारे में विस्तृत जानकारी समाज के सम्मुख लाने का प्रयास किया जाएगा, बैठक में इस पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक में समरसता, पर्यावरण और परिवार प्रबोधन अदि विषयों पर भी चर्चा होगी और आगे की दिशा तय की जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार एवं अलोक कुमार और गुजरात प्रांत के सह कार्यवाह डॉ. सुनीलभाई बोरिसा उपस्थित रहे।