शिमला में पहाड़ दरका, हिन्दुस्तान-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध
शिमला, 15 अगस्त (हि.स.)। राजधानी शिमला में पिछले दिनों हुई व्यापक बारिश के बाद भूस्खलन का सिलसिला जारी है। हिन्दुस्तान-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को मैहली के पास शकरियाला नामक स्थान पर पहाड़ दरक गया। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग-22 पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। भूस्खलन की यह घटना दोपहर के समय हुई। इसमें किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पहाड़ से विशालकाय चट्टानें और मलबा राजमार्ग पर गिर गया है। इससे राजमार्ग बाधित है तथा आगामी दो दिनों तक मार्ग के खुलने की कोई संभावना नहीं है। इससे सेब सीजन के प्रभावित होने के आसार हैं। शिमला की फल मंडी से अन्य राज्यों के लिए जाने वाले ट्रकों के लिए यही एक रास्ता है।
इस राजमार्ग के अवरुद्ध होने से जिला प्रशासन को शहर का ट्रैफिक प्लान फिर बदलना पड़ा है। ढली फल मंडी से आने वाले सेरकों को अब रात के समय शिमला शहर से भेजा जाएगा। यह राजमार्ग भूस्खलन से बीते सप्ताह भी अवरुद्ध हो गया था। तब मल्याणा के पास भूस्खलन हुआ था।
इधर, शिमला जिले के कोटखाई के पास पट्टी ढांक में भारी भूस्खलन से ठियोग-हाटकोटी सड़क बंद हो गई है। ऐसे में शिमला से रोहड़ू आने-जाने वाले वाहनों की आवाजाही नारकंडा सड़क मार्ग से की जा रही है।
इस बीच बुधवार को प्रदेश भर में 310 सड़कें भूस्खलन से बंद रहीं जबकि मंगलवार को 495 सड़कें अवरुद्ध थीं। सड़कों की बहाली के लिए लोकनिर्माण विभाग ने 579 मशीनरी तैनात की है। मानसून सीजन में भारी बारिश से विभाग को अब तक 571 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हालांकि भूस्खलन से अवरुद्ध कालका-शिमला हेरिटेज रेल मार्ग को बहाल कर दिया गया है। बीते दो दिन से यह रेल मार्ग बाधित था।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि बुधवार को राज्य के अधिकतर हिस्सों में मौसम साफ रहा और धूप भी खिली तथा आगामी दिनों में राज्य में कहीं भी भारी बारिश के आसार नहीं हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि 21 अगस्त तक राज्य में कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बर्षा होती रहेगी। उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों के दौरान खेरी में 33, चंबा में 14, तीसा में 13, नैना देवी में 12, डल्हौजी व सुजानपुर टीहरा में 11, भरविन में 10, मनाली, पालमपुर व नगरोटा सूरियां में 8, गगल में 7, मैहरे व गुलेर में 5, बरठीं में 4, घुमरूर और बंगाणा में 3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।