शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विचार
गुमला,22 दिसंबर ( हि.स.) । आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रंख्ला में आज जिले के सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त मध्य, उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विचार किया गया।
बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित एस.एस. बालक प्लस टू उच्च विद्यालय गुमला में शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का शुभारंभ उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र पाण्डेय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी एवं एसएमपीओ रेचल जोजोवार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने शिक्षक-अभिभावक सगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य बच्चों को आत्मनिर्भर बनाते हुए उनके अंदर उस विश्वास को जागृत करना है, जिससे वे अपना भविष्य उज्जवल कर सकें। इसमें अभिभावकों की भूमिका अति महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी में अभिभावकों की सहभागिता अति आवश्यक है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को भी आगे आना होगा। उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, साफ-सफाई, स्वच्छता, अनुशासन आदि का भी ज्ञान देना होगा। अभिभावकों को अपने बच्चों के शिक्षण गतिविधियों का सतत अनुश्रवण करना होगा ताकि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से न चूकें। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए हुए कहा कि वे शिक्षा के अलावा चरित्र निर्माण पर भी विशेष ध्यान दें। पढ़ाई के साथ-साथ अपने जीवन में स्वच्छता एवं साफ-सफाई की आदतों को भी अपनाएं। उन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए 15 जनवरी 2022 तक पूरे गुमला जिले को शत-प्रतिशत टीकाकरण से आच्छादित करने के लक्ष्य की जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इस वैश्विक महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण ही है।