वाराणसीः ईवीएम प्रकरण में घमासान हुआ शांत

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-जांच में सभी ईवीएम डमी पाए गए, स्थिति साफ होने पर घर लौटे सपा के कार्यकर्ता
-पुलिस की सोशल मीडिया टीम सक्रिय, सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाने वालों की तलाश
वाराणसी, 09 मार्च (हि.स.)। जिले के पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर शुरू हुआ सपा का हंगामा और प्रदर्शन बुधवार तड़के शांत हुआ। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने रात सपा और अन्य विरोधी दलों के नेताओं को समझाने के बाद पकड़ी गई ईवीएम की जांच निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक की निगरानी में कराई। सभी कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और वीवीपैट चेक किए गए। जांच में सभी ईवीएम डमी निकले। तब स्थिति स्पष्ट हुई और उसके बाद मामला शांत हुआ।
लगभग 3:30 बजे भोर में सपा नेताओं ने हंगामा बंद किया। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि जिन 20 ईवीएम सेट को लेकर विरोध-प्रदर्शन चल रहा था उन सभी को प्रत्याशियों के सामने जांच करके बक्से सील कराए गए। इसके साथ ही वह ईवीएम स्ट्रांगरूम परिसर से हटा दी गई हैं। जांच में सभी मशीन ट्रेनिंग की निकलीं। किसी भी मशीन का मुख्य चुनाव से संबंध नहीं पाया गया। जांच में जिलाधिकारी की बात सही होने पर प्रत्याशी और पार्टी पदाधिकारी पहड़िया मंडी से अपने घर विश्राम के लिए चले गये। उनके प्रतिनिधि शिफ्टवार ईवीएम की निगरानी के लिए बैठे हैं। उन सबके लिए जिला प्रशासन ने पंडाल की व्यवस्था की है। पहड़िया मंडी में शांति और कानून व्यवस्था के मद्देनजर सीपीएमएफ, पीएसी और पुलिस के जवानों ने सुरक्षा का घेरा बढ़ा दिया है।
पहड़िया स्थित मतगणना स्थल के बाहर सपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी ईवीएम की निगरानी के लिए बैठे थे। पार्टी नेताओं के अनुसार मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे स्ट्रांगरूम क्षेत्र से एक-एक कर चार वाहन निकले। एक वाहन बैरियर से टकरा गया तो आवाज सुनकर सभी उसके पास गए। उसमें ईवीएम लदी देख कार्यकर्ताओं का पारा चढ़ गया। सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वाहन में रखा ईवीएम शहर दक्षिणी विधानसभा की थी। उनका कहना था कि शहर दक्षिणी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. नीलकंठ तिवारी हार रहे हैं। भाजपा नेतृत्व के इशारे पर उन्हें जिताने के लिए प्रशासन ईवीएम बदलवा रहा था। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा के साथ अन्य कार्यकर्ताओं को मौके पर बुलाकर विरोध प्रदर्शन के साथ जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि वाहनों में रखी ईवीएम अलग रखी हुई थी और मतदानकर्मियों की दूसरे राउंड की ट्रेनिंग के लिए यूपी कॉलेज ले जाई जा रही थी। जिलाधिकारी की बात अनसुनी कर हजारों की संख्या में जुटे सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए पहड़िया मंडी के सामने से गुजरने वाले वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर यातायात बाधित कर दिया। इस दौरान वाहनों पर पथराव भी किया गया और गोलगड्डा इलाके में भी सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। सपा का प्रदर्शन देख कांग्रेस, बसपा और सुभासपा के कार्यकर्ता भी पहड़िया मंडी पहुंच गए थे। रात में ही सपा कार्यकर्ता हंगामा करते बड़ी संख्या में गोलगड्डा चौराहे पर जुट गये। इसकी सूचना पर पुलिस आयुक्त भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इस पर पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर किया।

ईवीएम प्रकरण को लेकर हुए जगह-जगह बवाल और तोड़फोड़ को देखते हुए वाराणसी कमिश्नरेट के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। रात में ही संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। सभी थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैदल मार्च करने को निर्देशित किया गया। कैंट स्टेशन, रोडवेज और अन्य होटलों में भी पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस की सोशल मीडिया की टीम भी सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाने वालों की तलाश में जुट गई है।


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