वाराणसी : प्रत्याशियों पर चढ़ा लिबाज ए तहजीब
लखनऊ, 15 जनवरी (हि.स.)। वाराणसी में चुनावी माहौल के बीच विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों पर गंगा जमुनी तहजीब वाला लिबाज (लिबाज ए तहजीब) चढ़ने लगा है। लिबाज ए तहजीब पहनकर प्रत्याशी अपने विधानसभा के मुस्लिम क्षेत्र में प्रचार में मशरूफ दिख रहे हैं।
वाराणसी कैंट विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी बने पूर्व सांसद राजेश मिश्रा सामाजिक सौहार्द और गंगा जमुनी तहजीब को लेकर मुस्लिम क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं में बड़ी संख्या में मुस्लिम वर्ग के चेहरे है, जो भी कैंट विधानसभा में पूरा समय दे रहे हैं।
मुस्लिम धर्मगुरुओं से मृत्युंजय मंदिर के महंत परिवार के सदस्य और समाजवादी पार्टी के शहर दक्षिणी के प्रत्याशी किशन दीक्षित पहुंचे तो मुस्लिम क्षेत्र में इसे गंगा जमुनी तहजीब बताते हुए प्रत्याशी का स्वागत किया गया।
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी किशन पारंपरिक हिंदू वेशभूषा को पहनकर मुस्लिम धर्म गुरु के पैर छूते दिखलाई पड़े तो इसके असर में उन्हें श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा।
कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभा रहे गिरीश मिश्रा उर्फ बनारस वाले मिश्र को शहर उत्तर से टिकट ना मिलने पर वह हिजाब पर एक बयान देकर एआईएमआईएम के टिकट पर भाग्य आजमाने मैदान में कूद पड़े। एआईएमआईएम के प्रत्याशी को मैदान में पाकर बड़ी बाजार क्षेत्र के मुस्लिम बुनकरों ने बड़ी शिद्दत से गिरीश मिश्रा का स्वागत किया। उनके कट्टरपंथी बयान सोशल मीडिया पर तेजी से चल रहा है।
शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रत्याशी बने अरविंद राजभर भी लिबाज ए तहजीब ओढ़े मुस्लिम बहुल्य गाँवो में प्रचार कर रहे हैं। अरविन्द के नामांकन में आए पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुस्लिम चेहरों को क्षेत्र में डटने के लिए निर्देशित किया है। वह स्वयं भी मुस्लिम बेल्ट से गुजरते हुए हाथ जोड़ने से नहीं चुक रहें है।