वाइब्रेंट गुजरात समिट में बोले मोदी, अगले साल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के टॉप 50 में होंगे शामिल
अहमदाबाद/नई दिल्ली, 18 जनवरी (हि.स.)(अपडेट)। पांच देशों के राष्ट्र प्रमुखों सहित 125 अतिथियों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने 9वें वाइब्रेंट गुजरात समिट का उद्घाटन किया। गांधीनगर के महात्मा मंदिर परिसर में नौवें समिट का शुक्रवार को उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मंत्र रिफॉर्म-परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म है। अब इसमें आगे परफॉर्म भी जुड़ गया है।
वाइब्रेंट समिट की शुरुआत साल 2003 में हुई थी। पिछले सम्मेलनों के दौरान 70 हजार से ज्यादा एमओयू हुए हैं, जबकि सरकार वास्तविक निवेश का स्पष्ट आंकड़ा जारी करने से बचती रही है। इस बार समिट में 125 देशों के 36 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने 9वें वाइब्रेंट समिट के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हम सामाजिक, औद्योगिक और कृषि ढांचे में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर कर रहे हैं, ताकि लोगों को उच्च जीवन स्तर और आय मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान औसत जीडीपी ग्रोथ 7.3 फीसदी रही। 1991 से लेकर अब तक की किसी भी सरकार से यह ग्रोथ बेहतर है। इसके अलावा हमारी सरकार में महंगाई दर भी औसत 4.6 फीसदी रही। यह भी पिछले 28 साल के दौरान बनी सरकार में सबसे कम है। मोदी ने कहा कि हमने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगों-कारखानों को प्रमोट किया। मेक इन इंडिया जैसी पहल को सरकार के डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों से समर्थन दिया गया।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के टॉप 50 में होंगे शामिल: मोदी
मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट समिट अब ग्लोबल इवेंट हो गया है। इस समिट ने आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है। हम सहयोगी राष्ट्रों और साझीदारों का स्वागत करते हैं। यह समिट ना केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए अहमियत रखती है। भारत अब व्यापार के लिए पहले से कहीं ज्यादा अच्छी तरह से तैयार है। वर्ल्ड बैंक की इज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में हमने 65 स्थानों की छलांग लगाई है। हमने अपनी टीम से ज्यादा मेहनत करने के लिए कहा है, ताकि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की टॉप 50 लिस्ट में हम शामिल हो सकें।
गुजरात में बनाएंगे वर्ल्ड का सबसे बड़ा सोलर प्लांट: अडानी
उद्योगपति गौतम अडानी ने कहा कि अगले 5 साल के दौरान हम गुजरात में 55 हजार करोड़ का निवेश करेंगे. यहां कई परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी। इनमें दुनिया के सबसे बड़े सोलर पार्क, कॉपर प्लांट, सीमेंट यूनिट और लीथियम बैट्री बनाने का कारखाना अहम हैं। गौरतलब है कि वाइब्रेंट गुजरात समिट केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए भी अहम समिट है। इसमें 125 देशों के 36 हजार से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है।