लोकसभा चुनाव 2019 : हिमाचल की सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला
शिमला, 18 मई (हि.स.)।लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में हिमाचल प्रदेश में रविवार को मतदान होगा। राज्य की सभी चार लोकसभा सीटों पर 45 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। हालांकि सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला तय है।
इस बार मंडी सीट सबसे अधिक चर्चा में हैं। यहां से 17 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पौत्र आश्रय शर्मा को चुनावी दंगल में उतारा है। कांग्रेस का गढ़ रहे इस संसदीय क्षेत्र में भाजपा के मौजूदा सांसद रामस्वरूप शर्मा फिर से किस्मत आजमा रहे हैं। यूं तो रामस्वरूप ने मंडी संसदीय क्षेत्र में कोई बड़ा काम नहीं है लेकिन यहां भाजपा चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम जयराम ठाकुर के चेहरे पर लड़ रही है। यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह क्षेत्र है और रामस्वरूप शर्मा को जिताने का सारा दारोमदार मुख्यमंत्री पर है।
साल 2014 के आम चुनाव में रामस्वरूप शर्मा ने कांग्रेस दिग्गज वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को हराकर सबको चोंका दिया था। लेकिन तब भाजपा मोदी लहर पर सवार थी। भाजपा ने इस बार भी मंडी में नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली को आयोजित कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।
भाजपा की गढ़ रही हमीरपुर लोकसभा सीट पर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। यहां से जीत की हैट्रिक लगा चुके भाजपा के अनुराग ठाकुर का मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक रामलाल ठाकुर से है। रामलाल ठाकुर के सामने जीत की सबसे बड़ी चुनौती है। दोनों दलों ने आने स्टार प्रचारकों को यहां प्रचार में उतारा। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, तो भाजपा की ओर से अमित शाह ने यहां चुनावी रैलियों को सम्बोधित किया।
कांगड़ा लोकसभा सीट पर इस बार 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला भाजपा के मौजूदा विधायक व मंत्री किशन कपूर का कांग्रेस के मौजूदा विधायक पवन काजल से है। इस सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है। किशन कपूर जहां गद्दी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, वहींप पवन काजल ओबीसी से हैं। दोनों समुदायों की कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में काफी तादाद है।
शिमला संसदीय क्षेत्र से सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने दो बार के सांसद वीरेंद्र कश्यप का टिकट काट कर सुरेश कश्यप पर दांव खेला है। सुरेश कश्यप पच्छाद से विधायक हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनीराम शांडिल से है। शांडिल 1998 और 2003 में यहां से सांसद रह चुके हैं। वर्तमान में वह सोलन से विधायक हैं। दोनों दलों के स्टार प्रचारकों नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में सोलन में रैलियाँ कर चुनावी मुकाबले को रोचक बना दिया है।