‘रूस ब्रिटेन को शीघ्र देगा करारा जवाब’

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मॉस्को , 15 मार्च (हि.स.)। ब्रिटेन के 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने के फैसले से रूस के साथ उसके रिश्ते में खटास आ गया है। मॉस्को ने कहा कि यह लंदन का रूस के साथ टकराव का विकल्प चुनने का संकेत है। साथ ही कहा कि शीघ्र जवाबी कार्रवाई की जाएगी। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हमारी प्रतिक्रिया धीमी नहीं होगी।’ विदित हो कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने एक पूर्व रूसी राजनयिक और उसकी बेटी पर नर्व एजेंट नामक रसायन के जरिए हमला करने के मामले में रूस को जिम्मेदार करार दिया था। इसके बाद 23 राजनयिकों को ब्रिटेन से बाहर करने फैसला किया। शीतयुद्ध के समय भी दोनों देशों ने कई राजनयिकों को निष्कासित किया था। जासूसी के आरोप में उस दौरान ब्रिटेन पहले सोवियत संघ के 25 राजनयिकों को देश से निकाल दिया था। इसके बाद ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि दोनों देशों ने एक दूसरे के लगभग 31 राजनयिकों को देश से बाहर निकाला दिया था। टेरेसा मे ने हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा कि सर्गई स्क्रेपल और उनकी बेटी की‘ हत्या के प्रयास’ के लिए रूसी सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन रूस के साथ उच्च स्तरीय द्विपक्षीय संपर्क निलंबित करेगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करेगा। ब्रिटेन छोड़ने के लिए इन राजनयिकों के पास एक सप्ताह का समय होगा। उन्होंने इन राजनयिकों को‘ अघोषित खुफिया अधिकारी’ करार दिया है। वहीं नाटो के सभी 29 देशों ने रूस से कहा कि वह पूर्व जासूस को जहर देने के मामले में ब्रिटेन का सवालों का जवाब दे। नाटो के सदस्य देशों ने साझा बयान में कहा कि सर्गई स्क्रेपल और उनकी बेटी यूलिया के खिलाफ हमला अंतरराष्ट्रीय नियमों और समझौतों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है। जिनेवा में ब्रिटेन के राजदूत जूलियन ब्रेथवेट ने भी पूर्व रूसी जासूस पर हमले के मामले को लेकर रूस की आलोचना की और कहा कि रूस के भीतर मानवाधिकार की स्थिति बहुत खराब है।


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