राष्ट्रकवि दिनकर जी के जनपद से कौन जाएगा दिल्ली, गिरिराज-कन्हैया या तनवीर
बेगूसराय, 20 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव की मतगणना में महज दो दिन शेष रह गए हैं तो राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के जनपद बेगूसराय से कौन जाएगा दिल्ली की चर्चा काफी तेज हो गई है।
यूं तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह तथा जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की टक्कर के कारण देशभर में चर्चित हो चुके बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र का 29 अप्रैल को चुनाव संपन्न होने के बाद ही लोग वोट गिनने लगे थे। लेकिन अब मतगणना नजदीक आते ही दावे और तेज हो गए हैं। चाय दुकान से लेकर खेत खलिहान तक, शहर से देहात तक, झोपड़ी से बंगला तक वोटों के आंकड़े बनाये जा रहे हैं।
विभिन्न सर्वे में यहां से एनडीए को आगे दिखाये जाने के बाद से लगातार प्रत्याशियों को मिले वोट का अलग-अलग प्रतिशत तय किया जा रहा है। लोग सोशल मीडिया में तीनों प्रमुख प्रत्याशी गिरिराज सिंह (भाजपा), कन्हैया कुमार (सीपीआई) एवं तनवीर हसन (राजद) को मिले वोट का आंकड़ा जोर-शोर से शेयर कर रहे हैं। कुछ लोग शेष सात प्रत्याशी को मिले वोट का भी एक साथ आंकड़ा लगा रहे हैं।
मतदाताओं से हुई बातचीत का रुझान मानें तो यहां 2014 में डॉ भोला सिंह द्वारा पहली बार खिलाए गये कमल की ताजगी को गिरिराज सिंह बरकरार रखेंगे। वहीं, कन्हैया कुमार एवं तनवीर हसन के बीच दो नंबर पर रहने के लिए उठा-पटक होना है। यहां कन्हैया और तनवीर दोनों राजद नेतृत्व के अड़ियल रवैया के कारण हारेंगे। लेकिन जिस तरह से महिलाओं ने पुरुष के मुकाबले करीब दस प्रतिशत अधिक मतदान किया है, वोटिंग का यह अंतर कोई चौंकाने वाला परिणाम भी दे सकता है।
इस चुनाव में बेगूसराय में सभी तरह के समीकरण फेल हो चुके हैं। यहां न तो राष्ट्रवाद चला और न देशद्रोह और सामाजिक न्याय। मतदाताओं ने सभी तरह के समीकरण से अलग हटकर मतदान किया। लेकिन राजनीतिक गुणा-भाग के कथित पंडित के साथ राजनीतिक दल और प्रत्याशी के समर्थक जाति, धर्म, संप्रदाय, विकास, घोषणा, सरकार के काम तथा दलगत आधार पर मतों का विभाजन कर रहे हैं।
बात पिछले चुनाव 2014 की करें तो यहां 60.61 प्रतिशत मतदान हुए थे। जिसमें भाजपा के डॉ भोला सिंह को चार लाख 28 हजार 227 वोट पड़े थे। जबकि जदयू समर्थित सीपीआई प्रत्याशी राजेंद्र सिंह को एक लाख 92 हजार 639 तथा दूसरे स्थान पर रहे यूपीए गठबंधन के राजद प्रत्याशी तनवीर हसन को तीन लाख 69 हजार 892 वोट पड़े थे।
इस चुनाव में बेगूसराय के कुल 12 लाख 17 हजार 988 (62.32 प्रतिशत) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। जिसमें एनडीए के प्रत्याशी गिरिराज सिंह को भूमिहार के साथ साथ केंद्र एवं बिहार सरकार के जन कल्याणकारी कार्यों से खुश मतदाताओं का समर्थन मिलने का भरोसा है। वहीं, भूमिहार वर्ग से ही आने वाले चर्चित छात्र नेता कन्हैया कुमार को गिरिराज सिंह से असंतुष्ट एनडीए समर्थक, भूमिहार, युवा, मुस्लिम तथा वामदलों के कैडर द्वारा वोट दिये जाने का भरोसा है। जबकि, तनवीर हसन को भरोसा है कि उन्हें यूपीए समर्थित तमाम दलों के वोटर के साथ-साथ यादव, सहनी और मुस्लिम समुदाय द्वारा शत प्रतिशत वोट दिया गया है।
फिलहाल जिला प्रशासन बाजार समिति परिसर में होने वाली मतगणना की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम राहुल कुमार ने बताया कि विधानसभा क्षेत्रवार अलग-अलग हॉल में मतगणना होगी तथा सभी हॉल में 14-14 टेबल लगाए जाएंगे। चुनाव प्रेक्षक के लिए कम्युनिकेशन कक्ष की स्थापना की जा रही है तथा पूरे परिसर में संकेतक लगाया जा रहा है, जिससे कोई असुविधा नहीं हो। पोस्टल बैलट के कर्मियों को ट्रेनिंग 20 मई को तथा सभी कर्मियों का रेंडोमिसेशन 22 मई को होगा। जबकि 21 मई को काउंटिंग का ड्राई रन किया जाएगा।
डीएम ने बताया कि प्रत्याशी एवं इलेक्शन एजेंट भी अपना मोबाइल लेकर काउंटिंग हॉल में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। 20 वीडियोग्राफर और फायर बिग्रेड की दो गाड़ियों को तैनात किया जा रहा है। पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती की जा रही है।