रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि को ‘नीतीश प्रेम’ महंगा पड़ा
पटना,08 फरवरी (हि.स.)। रालोसपा के राष्ट्र्र्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री नागमणि को नीतीश प्रेम शुक्रवार को महंगा पड़ा। पार्टी के राष्ट्र्र्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने तत्काल प्रभाव से नागमणि को राष्ट्र्र्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पद से मुक्त करने के साथ तीन दिनों के अंदर यह स्पष्टीकरण मांगा है कि क्यों नहीं उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी जाय।
पार्टी के राष्ट्र्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने उपेन्द्र कुशवाहा के निर्देश पर नागमणि को पदमुक्त करने के साथ स्पष्टीकरण मांगा है।
नागमणि ने शुक्रवार को पूर्वाहन राजधानी में अपने दिवंगत पिता जगदेव प्रसाद की मूर्ति का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से समारोहपूर्वक अनावरण करवाया था । रालोसपा की ओर से जदयू अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ उपेन्द्र कुशवाहा खुद बिहार का मुख्यमंत्री बनने लिए नीतीश कुमार के खिलाफ लंबे समय से राजनीतिक अभियान चला रहे हैं। वहीं नागमणि का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जगदेव प्रसाद की मूर्ति का अनावरण करवाने के साथ उनकी प्रशंसा करना उपेन्द्र कुशवाहा को रास नहीं आया।
नागमणि ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार से राजनीतिक मतभेद के बावजूद वे मानते हैं कि पांच वर्षों तक उनकी सरकार के कार्यकाल में बिहार में विकास के जितने काम हुए वह अभूतपूर्व है। इसी तरह नागमणि की पत्नी एवं पूर्व मंत्री सुचित्रा सिन्हा ने भी नीतीश के कसीदे पढ़े।
महागठबंधन में शामिल हम में छिड़े घमासान के बाद अब रालोसा में उपेन्द्र कुशवाहा और नागमणि के बीच राजनीतिक द्वंद्व छिड़ना अवश्यंभावी है।