रक्षा मंत्री ने अग्रिम चौकियों का दौरा कर डिफू पुल का किया लोकार्पण

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ईटानगर, 18 जनवरी (हि.स.)। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी में भारत-चीन सीमा के साथ-साथ अग्रिम चौकियों का दौरा किया। इसके बाद रक्षा मंत्री ने रोइंग-कोरोनू-पाया सड़क से 654.950 किमी. दूर स्थित डिफो नदी पर बने 426.60 मीटर लंबे प्री स्ट्रेस कंक्रीट बॉक्स गार्डर टाइप ‘डिफू पुल’ का लोकार्पण किया।
रक्षा मंत्री ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ आगे के स्थानों को देखा और अनिनि की सेना की अग्रिम चौकी का दौरा किया। अनिनि अग्रिम चौकी समुद्र तल से 5300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। रक्षामंत्री के साथ पूर्वी सेना के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने, जीओसी स्पीयर कोर के लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही और अन्य सैन्य तथा नागरिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
दौरे के दौरान रक्षा मंत्री को दिबांग घाटी में सशस्त्र बलों के परिचालन स्थिति और रक्षा तैयारियों के बारे में बताया गया। उन्होंने सैनिकों के साथ बातचीत भी की और दुर्गम इलाके में भारत की सीमाओं की रक्षा में उनके समर्पण और निःस्वार्थ सेवा की सराहना की।
रक्षा मंत्री सीतारमण ने डिफू पुल राष्ट्र को समर्पित करते हुए क्षेत्र में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने इस प्रतिष्ठित पुल के पूरा होने की सराहना की, जो पूर्वी अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी, लोहित घाटी क्षेत्र और भारत-चीन सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए खराब मौसम के बीच भी एक निर्बाध मार्ग प्रदान करेगा।
महानिदेशक (बीआरओ) हरपाल सिंह ने बीआरओ द्वारा कठिन परिश्रम वाली परिस्थितियों में काम किए जाने की चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में कई बहुमूल्य जीवन का बलिदान किया है।


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