यूरोपीय देशों की सीमाओं पर रूसी ख़तरे को ले कर नाटो महासचिव चिंतित

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वाशिंगटन, 05 अप्रैल (हि.स.)। नाटो के यूरोपीय सदस्य देशों की सीमाओं पर रूसी ख़तरा बढ़ता जा रहा है। मिलिट्री का जमावड़ा शुरू हो गया है। साइबर हमलों की तैयारी हो रही है। सदस्य देशों ने अपने मतभेद भुलाकर एकजुटता नहीं दिखाई तो आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है। नाटो महासचिव ज़ेंस स्टोलनबर्ग ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन में उक्त चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देना किसी एक देश की बात नहीं है। संयुक्त अधिवेशन की बैठक के समय उप राष्ट्रपति माइक पेंस और कांग्रेस में निम्न सदन प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी मौजूद थीं। ज़ेंस स्टोलनबर्ग पहले ग़ैरसरकारी पदाधिकारी हैं, जिन्हें कांग्रेस को सम्बोधित किए जाने का मौक़ा मिला है। इसके लिए डेमोक्रेट बहुल प्रतिनिधि सभा ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर विशेष रूप से नाटो की 70वीं जयंती के अवसर पर इसके महासचिव को बुलाकर नार्थ एटलांटिक ट्रीटी आर्गनाइजेशासन के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता ज़ाहिर की थी।
नाटो महासचिव मंगलवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिलने और रूसी ख़तरे का ब्योरा देने व्हाइट हाउस गए थे। बताया जाता है कि ट्रम्प ने नाटो महासचिव को सदस्य देशों से उनकी जी डी पी के दो फीसदी अंशदान एकत्र किए जाने का मामला छेड़ दिया। उल्लेखनीय है कि ट्रम्प ने सत्तारूढ़ होते ही नाटो देशों के आर्थिक सहयोग के मुद्दे को लेकर इसके औचित्य पर ही सवाल उठा दिया था। दो साल पूर्व ट्रम्प ने नाटो देशों की बैठक में यह मुद्दा उठाकर जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल को लपेटा था। ट्रम्प ने एक बार फिर ज़ेंस स्टोलनबर्ग के सम्मुख मामला उठाया।
स्टोलन बर्ग ने बताया की पिछले दो साल में स्थिति में सुधार हुआ है और 41 अरब डालर एकत्र हुआ है। अगले साल तक एक सौ अरब डालर एकत्र होने की उम्मीद है। ट्रम्प ने एक बार फिर जर्मनी के अंशदान का मामला उठाया, जिसने 2024 तक दो फीसदी अंशदान दिए जाने का आश्वासन दिया है।
स्टोलन बर्ग ने संयुक्त अधिवेशन में नाटो देशों के सात दशक के रिश्तों को प्रगाढ़ बनाए जाने के साथ साथ रूस के साथ अमेरिका की दशकों पुरानी अंतर्मध्य रेंज आणविक सशस्त्र संधि की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। अमेरिका ने इस गर्मियों में इस संधि से हाथ खींचने का घोषणा की हुई है। उन्होंने कहा कि नाटो की एकजुटता यूरोप के लिए अच्छी है, तो उतनी अमेरिका के लिए भी। नाटो के फ़िलहाल 29 सदस्य देश हैं, जबकि नार्थ मेसोडोनिया 30वाँ सदस्य देश होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बंदिशों के बावजूद नाटो सदस्य देश टर्की ने रूस से मिसाइल रोधी एस 400 सिस्टम लेने के प्रस्ताव पर सहमति दे कर एक नई चुनौती दी है। नाटो को बचाए रखने की प्रतिबद्धता के अंतर्गत अमेरिका मुख्य रूप से मिलिट्री सैन्य बल और मिलिट्री साज सामान में सहयोग देता आ रहा है।
उन्होंने कहा है कि नाटो सदस्य देश अपनी जी डी पी के दो प्रतिशत अंश जमा कराने से बच नहीं सकते। गुरुवार की सायं विदेश मंत्री माइक पोंपियो नाटो देशों के विदेश मंत्रियों की यहां बैठक को संबोधित करेंगे।


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