यूक्रेन से सकुशल वापस बुलंदशहर लौटा छात्र प्रभात, सरकार का जताया आभार

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बुलंदशहर,04 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के बीच हजारों भारतीय छात्रों को वहां से निकाला जा चुका है और बाकी छात्रों को वतन वापस लाने का काम जारी है। ऐसे में उन छात्रों को वापस लाना एक बड़ी चुनौती है। युद्ध के भयावह माहौल से बुलंदशहर के छात्र प्रभात चौहान की घर वापसी हुई है।
प्रभात चौहान यूक्रेन के इवानो शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। रूस का हमला होने के बाद वो वहां फंस गए थे। जिसके बाद जैसे-तैसे वो बॉर्डर पहुंचे। प्रभात ने बताया कि वहां पर हर दिन के साथ हालात और ज्यादा खतरनाक होते जा रहे हैं।
कस्बा खानपुर के चौहान बस्ती का निवासी छात्र प्रभात चौहान यूक्रेन से लौटा है। प्रभात चौहान के पिता योगपाल सिंह चौहान खानपुर नगर पंचायत में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। 22 साल के प्रभात यूक्रेन के शहर इवानो में मेडिकल कॉलेज में 2019 से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन रूस के हमले के बाद दूसरे छात्रों के साथ वो भी वहां फंस गया। ये वक्त उनके लिए बेहद परेशानी भरा था। एक तरफ प्रभात यूक्रेन में फंसे थे तो दूसरी तरफ युद्ध की विभीषिका को देखकर उसके परिजनों का भी हाल बेहाल था। वो लगातार फोन के जरिए अपने बेटे की सलामती जान रहे थे। प्रभात से उनकी बात हो रही थी, लेकिन हालातों को देखते हुए उनकी वतन वापसी बेहद मुश्किल लग रही थी। इन मुश्किलों के बीच भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया, जिसके तहत प्रभात की सकुशल घर वापसी हो सकी। प्रभात के घर लौटने से परिजन बेहद खुश हैं।
प्रभात ने बताया कि यूक्रेन के हालात दिन प्रतिदिन बहुत ही खराब होते जा रहे हैं, हालांकि वह जिस जगह थे वहां खतरा कम था। लेकिन अब धीरे-धीरे वहां भी खतरा बढ़ता जा रहा था। ऐसे में किसी तरह वो बॉर्डर तक पहुंचे। जिसके बाद भारतीय दूतावास की मदद से वह सही सलामत अपने घर वापस लौट आए है। प्रभात के परिजन भी उसकी वापसी से बेहद खुश हैं और परिजनों ने भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है।


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