महाभियोग नोटिस पर दस्तखत करने वाले 64 सांसदों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (हि.स.)। कुछ वकीलों ने आज चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मांग की कि महाभियोग नोटिस पर दस्तखत करने वाले 64 सांसदों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू करें। उन्होंने कहा कि अगर कोर्ट खुद संज्ञान नहीं लेता तो वो अटार्नी जनरल से कहेंगे कि वो कोर्ट में औपचारिक रूप से ये मांग रखें। चीफ जस्टिस ने कहा कि आप अटार्नी जनरल के पास जा सकते हैं । विपक्षी दलों द्वारा राज्यसभा के सभापति को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए नोटिस दिया गया था । इस नोटिस को सभापति ने खारिज कर दिया था। महाभियोग नोटिस अस्वीकार करने के पीछे जो कारण गिनाए हैं उनमें कहा गया है कि ये नोटिस न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करता है। नोटिस में जो तथ्य दिए गए हैं वे भरोसेमंद नहीं हैं। सभापति ने महाभियोग नोटिस देने के तुरंत बाद प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप सार्वजनिक करने पर एतराज जताया था और कहा था कि इससे अटकलें लगनी शुरु हो गई थीं| इसीलिए उन्होंने नोटिस पर जल्द फैसला किया। राज्यसभा सभापति ने कहा था कि महाभियोग के नोटिस में सात रिटायर्ड राज्यसभा सांसदों के हस्ताक्षर भी हैं जो मान्य नहीं हैं।