मध्य रेल : पुणे मंडल के कई स्टेशनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना
मुंबई, 20 दिसम्बर, (हि. स.)। मध्य रेल के पुणे मंडल ने एक कदम हरित भारत की ओर बढ़ाते हुए पुणे, शिवाजीनगर, खडकी स्टेशनों तथा चिंचवड में स्टेशन के निकट रेलवे कालोनी की छत पर सौर-ऊर्जा संयंत्र लगाए हैं। पुणे रेल मंडल के वार्षिक निरीक्षण के दौरान मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी की उपस्थिति में स्थापित किए गए सौर ऊर्जा संयंत्रों को शुरू किया गया। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती रेणु शर्मा, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर जे.पी. मिश्रा सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पुणे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुणे में 274.56, शिवाजीनगर में 77.22, खडकी में 74.88 तथा चिंचवड रेलवे कॉलोनी में 4 के.डब्लू.पी. क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। पिंपरी स्टेशन पर कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी के अंतर्गत मेसर्स थाइसनक्रूप के सौजन्य से 55 के.डब्लू.पी. क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है। इन सौर संयंत्रों से प्रति वर्ष 6,20,430 के.डब्लू.एच. / यूनिट उत्पादित विद्युत ऊर्जा से स्टेशनों तथा रेलवे कालोनी की आवश्यक दैनिक विद्युत ऊर्जा की जरूरतें पूर्ण होंगी। इन सौर-ऊर्जा संयंत्रों के फलस्वरूप पुणे रेल मंडल द्वारा प्रति वर्ष बिजली बिलों पर होने वाले खर्चे में वार्षिक 34,98,858 रुपये की बचत होगी। साथ ही कार्बन-डाई-ऑक्साईड के होनेवाले उत्सर्जन में प्रति वर्ष 432.5 मीट्रिक टन की कमी आएगी।
झंवर ने बताया कि उपरोक्त सौर-ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के परिणामस्वरूप शिवाजीनगर, खड़की, पिंपरी स्टेशन नेट जीरो की श्रेणी में आ गए हैं, जिसका आशय है कि इन स्टेशनों पर दैनिक कार्य- संचालन के लिए जितनी दैनिक विद्युत ऊर्जा खपत होती है, उतनी अथवा उससे अधिक विद्युत ऊर्जा सौर-ऊर्जा संयंत्रों से उत्पादित हो जाती है। वर्तमान में पुणे स्टेशन पर कुल 434 के.डब्लू.पी. क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र कार्यरत है। पुणे स्टेशन को पूर्ण रूप से नेट जीरो बनाने के लिए उचित क्षमता के आवश्यक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के कार्य को निकट भविष्य में शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। पुणे रेल मंडल पर अबतक लगभग कुल 765 के.डब्लू.पी. क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर लिए गए हैं, जो पर्यावरण के दृष्टि से लगभग 1530 वृक्ष लगाने के समतुल्य है।