भाजपा की नीति है न्याय सभी को, तुष्टिकरण नहीं : राजनाथ सिंह
-केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बलिया के सिकंदरपुर के चुनावी सभा को किया सम्बोधित
बलिया, 22 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा की नीति साफ है ”न्याय सभी को और तुष्टिकरण किसी का नहीं”। वे मंगलवार को सिकन्दरपुर में भाजपा प्रत्याशी संजय यादव के समर्थन में चुनावी जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
राजनाथ सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत चिर-परिचित अंदाज में भोजपुरी में की। बोले, आप लोग मजे में बाड़ न? इसके बाद उन्होंने कहा कि यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुझसे भी बेहतर सीएम साबित हुए हैं। मैंने उनसे कहा है कि अगली बार और अधिक बुलडोजर खरीद लें। राजनाथ सिंह ने तुष्टिकरण की राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि मैं हिन्दू-मुसलमान की राजनीति नहीं करता। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम वाला देश है। यहां काले नाग को भी नागपंचमी के दिन दूध पिलाया जाता है। लेकिन नाग जब काटता है तो उसका वध भी करते हैं। बोले, मैं नहीं मानता कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन होना चाहिए था लेकिन हुआ। हमने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे ऐसे हिन्दू और सिखों के लिए नागरिकता कानून बनाया जो प्रताड़ित होने पर भारत आना चाहें तो आ सकें।
उन्होंने केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के कार्यों को गिनाते हुए कहा कि हमने भरोसा कायम किया है। आजादी के 75 सालों में नेताओं ने जितने वादे किए यदि आंशिक भी पूरे किए होते तो भारत दुनिया का सिरमौर बन गया होता। हमारी सरकार ने अल्प समय में ऐतिहासिक कार्य किए हैं।काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर और उत्तराखंड के चारधाम के लिए ऑल वेदर रोड का जिक्र करते हुए कहा कि हमने आर्टिकल 370 खत्म किया। अब वहां देश के किसी भी राज्य का कोई भी जमीन खरीद सकता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि कभी-कभी लोग कहते थे कि भाजपा केवल मंदिर बनाती है लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम लोकतंत्र का भी मंदिर बना रहे। अंग्रेजों की बनाई संसद के स्थान पर अपनी संसद का निर्माण किया जा रहा है। सपा और बसपा पर हमले करते हुए उन्होंने कहा कि ये पार्टियां नफरत की राजनीति कर रही हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारी सरकार ने सभी धर्म और वर्गों के लिए कार्य किए हैं। इस मौके पर भाजपा प्रत्याशी संजय यादव ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और सांसद रविंदर कुशवाहा भी थे।