भाजपा का ‘संकल्प-पत्र’ हमारे लिए ‘भागवत गीता’ से कम नहीं : मनोज सिन्हा
गाजीपुर, 13 मई (हि.स.)। विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर देश की भावनाओं का एक संकलन है भाजपा का संकल्प पत्र। इस संकल्प पत्र में यह निहित है कि हम देश को कहां लेकर जाना चाहते हैं। भाजपा के संकल्प पत्र में 75 संकल्प है और इसका महत्व हमारे लिए ‘भागवत गीता’ से कम नहीं है। देशभर के 10 करोड़ लोगों से मांगे गए सुझाव और विचार पर तैयार यह ‘संकल्प—पत्र’ ही हमारे चुनाव लड़ने का मुख्य आधार है।
ये बातें केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने विशेष बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि पुन: सरकार बनने पर संकल्प पत्र में वर्णित सभी विषयों को शत-प्रतिशत लागू का करने का कार्य मोदी सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि जाति धर्म व अपराध के दम पर राजनीति करने वाले सत्ता लोलुप परिवारों के लोग महाठगों का एक गिरोह बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं, जिनका न कोई उद्देश्य, न कोई विजन, न ही कोई चरित्र है। इनके चुनाव लड़ने का आधार केवल और केवल खरीद-फरोख्त है। यह अपने को बेचने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। आप से मिली पूंजी के आधार पर यह खुद को बेचकर केवल धन बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि राजनीति के शुरुआती दौर में झोपड़ियों व 10 बाई 12 के कमरों में रहने वाले कुछ नेताओं के पास आज हजारों करोड़ों के बंगले, महल और तमाम जमीन जायदाद बन गए। इन्हें यह जवाब देना होगा कि यह किस कमाई से संभव हो सका है। कहीं ना कहीं मोदी सरकार को रोकने के लिए सभी भ्रष्टाचारियों का एक मंच पर आने का भी यही मकसद रहा है। यदि मोदी सरकार पुनः आई तो इनके सभी कारनामों को उजागर करेगी। 2 से लेकर 30 तक की सीटों पर चुनाव लड़ने वाले लोग राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए मददगार बनेंगे, जिनके चाल चरित्र से पूरा देश वाकिफ हो चुका है। 2019 का आम लोकसभा चुनाव देश की दशा दिशा तय करने के साथ ही यह भी साबित करेगा कि हम देश को किस तरफ ले जाना चाहते हैं।
उन्होंने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ बातचीत में कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को खुलकर कार्य करने का अधिकार प्राप्त हुआ है। कभी अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र प्रमाणित कराने के लिए खड़े कतारों में खड़े नौजवानों को यह अनुमति दे दी गई कि स्वयं अपने प्रमाण पत्रों का जांच कर लें। इसी तर्ज पर देश के व्यापारियों तक को यह सुविधा प्रदान की गई। वे अपने हिसाब किताब स्वयं जांच कर संबंधित विभागों में जमा कर दें। अगर उनका विवरण सही रहेगा तो किसी जांच अधिकारी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह साबित करते हैं कि मोदी सरकार की मंशा पारदर्शिता व जनता को अधिकार दिलाना ही है।
आखिर क्या कारण है कि हमसे बाद में आजाद हुए देश विकसित हो चुके, जबकि हम अभी भी विकासशील बने हुए हैं इसके पीछे कहीं ना कहीं देश की गंदी राजनीति ही कारण बनी है।
उन्होंने कहा कि मेरा स्वयं का मानना है यदि पंडित जवाहरलाल नेहरू की जगह सरदार पटेल इस देश के प्रधानमंत्री बने होते आज हमारा देश मजबूत देश विकसित देश की सूची में शामिल होता। इसका प्रमाण है कि आज़ादी के समय तमाम रजवाड़ों को भारत सरकार में शामिल करने का काम सरदार पटेल ने लिया, वह सभी एक हो गए, जबकि केवल एक राज्य जम्मू कश्मीर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने पास रखा परिणाम सामने है आज जम्मू कश्मीर देश के लिए नासूर बन चुका है। आगामी 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद देश पिछले 5 वर्षों से चल रहे गति से भी दुनी गति से विकास की यात्रा में दौड़ पड़ेगा, वहीं अपराधियों, आतंकवादपरस्तों, भ्रष्टाचारियों को मुंह की खानी पड़ेगी।