बिहार में कांग्रेस ने राजग को दम दिखाने के साथ अपने सहयोगी दलों को भी दिखाई ताक़त, फ्रंटफुट पर खेलने का किया दावा

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पटना, 03 फरवरी (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने 28 वर्षों के बाद पटना के गांधी मैदान में जन आंकाक्षा रैली कर राजग को चुनौती देने का दम दिखाने के साथ सहयोगी दलों को भी अपनी ताकत दिखाने कोशिश की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में राजद सहित अन्य दलों के साथ फ्रंटफुट पर खेलने की बात कहते हुए गठबंधन में सीटों का बंटवारा हुए बगैर चुनावी शंखनाद किया। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने घोषणा की है कि केन्द्र की सत्ता में आने पर कांग्रेस, गरीब व्यक्ति को न्यूनतम आय की गारंटी देगी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह केन्द्र की कांग्रेस सरकार पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ करेगी। इसके साथ ही पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्ज़ा दिया जाएगा।
राहुल ने पार्टी की प्रदेश इकाई को रैली की सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा बिहार में भी विपक्ष की सरकार आनेवाली है। जनता नीतीशजी और भाजपा की सरकार को हटाने वाली है। नरेन्द्र मोदी जी की तरह नीतीश जी की वायदा करने की आदत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बजट पेश को ऐतिहासिक बताते हुए विजय माल्या को 10 हजार करोड़ रुपये और किसानों को साढ़े तीन रुपये और एक परिवार को 17 रुपये देकर खुद ताली बजाते हैं। उन्होंने नोटबंदी की आलोचना की।
राकांपा छोड़ कांग्रेस में हाल में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं कटिहार के निवर्तमान सांसद तारिक अनवर ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के संबंध में कहा जाता है कि यह मर चुकी है। पार्टी की प्रदेश इकाई ने जन आंकाक्षा रैली कर अपनी ताकत दिखा दी है। इससे कार्यकर्ताओं और समर्थकों का हौसला बढ़ा है।
जन आंकाक्षा रैली में विशेष रूप से कांग्रेस के तीनों नये मुख्यमंत्रियों कमलनाथ, भूपेश बघेल और अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पहले रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि केन्द्र में भाजपा के रहते देश, संविधान और लोकतंत्र पर खतरा है।रैली में लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के नेता जीतन राम मांझी, विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और वीआईपी के नेता मुकेश सहनी मंचासीन थे। कांग्रेस की रैली में मोकामा के निर्दलीय विधायक अनंत सिंह की सहभागिता और योगदान खासी चर्चा में रही। वे कांग्रेस विधायकों के साथ एक मंच पर जमे थे।
40 लोकसभा सीटों वाले बिहार में कांग्रेस पिछले चुनाव से अधिक राजद की बराबर सीटों पर लड़ने का दम भर रही है। पिछले चुनाव में राजद से तालमेल कर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस ने दो सीटें जीती। वहीं, गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे में राजद की ओर से कांग्रेस सहित अन्य सहयोगियों को 20 सीटें देने और खुद 20 सीटों पर लड़ने का संकेत दिया जा रहा है। जन आकांक्षा रैली के जरिए कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों को भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। 


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