बिहार के मदरसों में लुंगी पहनकर आने पर रोक, विद्यार्थी व शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू

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छात्र सफेद कुर्ता, पायजामा व सफेद टोपी और छात्राएं सफेद सलवार, दुपट्टा और हरी समीज पहनेंगी
बेगूसराय, 01 मई(हि.स.)। बिहार के मदरसों में 01 मई से शिक्षकों और छात्रों के लुंगी पहनने पर प्रतिबंध लगाते हुए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। अब सभी मदरसों में बच्चों के साथ शिक्षक भी निर्धारित ड्रेस में दिखेंगे।
बिहार सरकार के आदेश के बाद चालू शैक्षणिक सत्र (2019-20) से बिहार के सभी मदरसा में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने वस्तानिया से लेकर फाजिल तक के सभी मदरसों में ड्रेस काेड को सख्ती से लागू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। मदरसों के छात्रों के लिए सफेद कुर्ता, पायजामा और सफेद टोपी और छात्राओं को सफेद सलवार, दुपट्टा और हरी समीज पहनकर आना अनिवार्य कर दिया गया है। यही ड्रेस कोड मदरसा के शिक्षकों पर भी लागू होगा।
मदरसा को आधुनिकीकरण की दिशा में सरकार द्वारा कई कदम अब उठाये जा रहे हैंं, जिसमें कम्प्यूटर शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक कोर्स भी चालू किये जा रहे हैं। बताया गया है कि सरकार के अनुदान से मदरसाें का संचालन होता है, इसलिए सभी मदरसों में एक मई से यह नियम लागू कर दिया गया है। सरकार का मानना है कि मदरसा के बच्चे और शिक्षक अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनकर आते हैं, जिससे उनमें असमानता की भावना आती है। गरीब, अमीर सभी के बच्चे अब एक समान ड्रेस में रहेंगे तो एकसमानता दिखेगी। बच्चों के अलावा सभी शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है, जो मदरसा नियम का उल्लंघन करेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।


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