बिमस्टेक सम्मेलन में हिस्सा लेने नेपाल में प्रधानमंत्री मोदी, हुआ भव्य स्वागत
काठमांडू/नई दिल्ली, 30 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेपाल में हो रहे बिमस्टेक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे हैं। बंगाल की खाड़ी के लिए मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन (बिमस्टेक) का चौथा सम्मेलन नेपाल में हो रहा है। नेपाल इस बार चौथे बिमस्टेक सम्मेलन का मेजबान है, जिसमें हिस्सा लेने भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, थाईलैंड, म्यांमार के राष्ट्राध्यक्ष भी आए हैं।
काठमांडू एयरपोर्ट पर नेपाल के उप-प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया गया। उनके साथ नेपाल की सरकार के दूसरे प्रतिनिधि, उच्च अधिकारी और सेना के अधिकारी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत में रेड कॉर्पेट बिछाया गया। उसके बाद पीएम मोदी को नेपाल सेना के तीनों अंग, थलसेना, वायुसेना और नौसेना की टुकड़ियों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात की। मोदी बिमस्टेक सम्मेलन में हिस्सा लेने आए अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी मिले। बिमस्टेक सम्मेलन के अलावा मोदी कई सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
बंगाल की खाड़ी के लिए मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन (बिमस्टेक) एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें सात सदस्य हैं, जो बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती इलाके में स्थित हैं और एक समान क्षेत्रीय एकता का गठन करते हैं। यह उप-क्षेत्रीय संगठन बैंकॉक घोषणा के माध्यम से 6 जून, 1997 को स्थापित हुआ था। इसमें सात सदस्य देश हैं: बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका और दक्षिण पूर्व एशिया से म्यांमार और थाईलैंड। प्रारंभ में, ‘बीआईएसटी-ईसी’ (बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड आर्थिक सहयोग) के साथ चार सदस्य देशों के साथ आर्थिक ब्लॉक बनाया गया था। 22 दिसंबर, 1997 को बैंकाक में एक विशेष मंत्री बैठक के दौरान म्यांमार को शामिल करने के बाद, समूह का नाम बदलकर ‘बिम्स-ईसी’ (बांग्लादेश, भारत, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड आर्थिक सहयोग) रखा गया। 6वीं मंत्रिस्तरीय बैठक (फरवरी 2004, थाईलैंड) में नेपाल और भूटान के प्रवेश के साथ, समूह का नाम ‘बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल पहल की खाड़ी’ (बिम्सटेक) में बदल दिया गया था।