बिना अच्छे समाज के विकास की बात बेमानी: मुख्यमंत्री
पटना/सासाराम, 27 दिसंबर (हि.स.)। बिहार में मद्य निषेध जागरुकता अभियान के तहत सोमवार को रोहतास जिले के सासराम पहुंचे मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार समाज सुधार अभियान चला रही है। इससे पहले भी दहेज प्रथा और बाल विवाह और शराबबंदी के लिए मानव श्रृंखला बनाकर जागरूक किया गया था। बिना अच्छे समाज के निर्माण के विकास की बात करना बेमानी होगी। समाज अच्छा रहेगा तभी विकास भी नजर आएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हाल ही में जहरीली शराब पीने के कारण 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। उसी समय 16 नवंबर को हमने बैठक की। हम शुरू से कहते आ रहे हैं कि जो शराब पीयेगा, वह मरेगा। दो वर्षों से कोरोना के कारण हमारी सरकार ने सभी अह्म कदम उठाए हैं। हमारे स्वास्थ्य मंत्री ने भी आप सभी को सतर्क किया है। इस बाद लोग शराब पी रहे हैं। यह अच्छी बात नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह नवंबर 2005 से बिहार की सेवा कर रहे हैं। गत 16 साल में लगातार बिहार का विकास किया है। साल 2006 में सर्वेक्षण करवाया तो हर क्षेत्र का हाल बुरा था। चाहे वह स्वास्थ्य हो या शिक्षा। शाम के बाद लोग डर के मारे घर से नहीं निकलते थे। सरकार ने समाज के हर तबके के लिए काम किया है। एससी-एसटी अल्पसंख्यक और अति पिछड़े-पिछड़े और उंची जाति के लोगों के लिए काम किया। हर घर में बिजली और हर गांव में सड़क पहुंचाया लेकिन अगर समाज का सुधार नहीं होगा तो समाज का विकास नहीं हो पायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1977 में कर्पूरी ठाकुर ने शराबबंदी को लागू किया था लेकिन दो साल में उनके हटने के बाद ही शराबबंदी को भी हटा लिया गया। वर्ष 2015 में जीविका दीदियों ने आग्रह किया कि शराबबंदी लागू करें। मैंने उनसे वादा किया कि सत्ता में आए तो लागू करेंगे। सत्ता में आते ही हमने 2016 के अप्रैल माह में इसे लागू किया। केके पाठक को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी। आज फिर दोबारा फिर इन्हीं करे इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2016 के अप्रैल माह में शहरी क्षेत्रों में हमने विदेशी शराब को लागू किया था जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में देशी-विदेशी सभी तरह की शराब को बंद कर दिया गया था। शहरी इलाकों में जब शराब के दुकानदार शराब की दुकान खोलने के लिए अपनी दुकान पर गए तो महिलाओं और पुरुषों ने पुरजोर विरोध किया। एक से पांच अप्रैल तक लोगों ने शराब की दुकान नहीं खुलने दी तब हमने पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी। शराबबंदी के बाद जो शराब पीते थे, वे सब्जी लेकर घर आने लगे। यह परिवर्तन हुआ है शराबबंदी के बाद।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान को भी समाज के गंदे लोगों का सामना करना पड़ा था। आज आपसे आग्रह है कि ऐसे लोगों के बारे में प्रशासन को इतला करे और सहयोग करें। उतर प्रदेश से सटा हुआ यह इलाका यहां लोग ज्यादा गड़बड़ करने वाले हैं। इन से सतर्क रहे। बगल के राज्य से लोग यह काम करते हैं, आप सबको सतर्क रहना है और नजर रखना है।