बांसडीह में रामगोविन्द चौधरी के विजय रथ को रोकने के लिए केतकी होंगी भाजपा गठबंधन की प्रत्याशी
बलिया, 07 फरवरी (हि.स.)। सपा के कद्दावर नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी का विजय रथ रोकने को भाजपा गठबंधन की ओर से केतकी सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। वे निषाद पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर रामगोविन्द चौधरी को टक्कर देंगी।
महिला प्रत्याशी केतकी सिंह बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के मैरिटाड़ की रहने वाली हैं। तेज तर्रार महिला नेता की छवि है। जिसके बल पर उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में 2012 में सपा के रामगोविन्द चौधरी को कड़ी टक्कर दे चुकी हैं। यही नहीं केतकी सिंह ने 2017 के चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था तो सपा के रामगोविंद चौधरी को सामने बतौर निर्दलीय ही जोरदार टक्कर दिया था। हालांकि, काफी कम मतों के अंतर से वे हार गई थीं। तब भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) गठबंधन से ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरविंद राजभर मैदान में थे। तब अरविंद राजभर तीसरे और बसपा के शिवशंकर चौहान चौथे स्थान पर रहे थे।
रामगोविन्द चौधरी कद्दावर नेता माने जाते हैं। 2002 में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पार्टी समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) के टिकट पर बांसडीह विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। बाद में वे सपा में शामिल होकर मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री भी बने। अलबत्ता 2007 के चुनाव में वे इस सीट से बहुजन समाज पार्टी के शिवशंकर चौहान से हार गए थे। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद 2022 आते-आते प्रदेश की राजनीति ने नई करवट ली है। 2017 में जो ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरविंद राजभर भजपा से गठबंधन के सहारे रामगोविन्द चौधरी के सामने ताल ठोक रहे थे। इस चुनाव में यहां सपा के साथ गलबहियां डाले नजर आएंगे। ऐसे में केतकी सिंह रामगोविन्द चौधरी जीत का चौका लगाने से रोक पाती हैं या नहीं यब दस मार्च को ही पता चलेगा।