प्रधानमंत्री ने रात में भ्रमण कर बदलते बनारस को परखा
वाराणसी,15 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय काशी दौरे में शनिवार को पूरी तरह सांसद की भूमिका में दिखे।
पूरे दिन आजमगढ़ और बनारस में विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को सम्बोधित किया। फिर डीरेका में प्रबुद्धजनों से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री सांसद की भूमिका में रात 10.15 पर डीरेका से रात्रि भ्रमण पर निकल पड़े। इसके पीछे प्रधानमंत्री की सोच थी कि उनके संसदीय क्षेत्र के नागरिकों को उनके चलते दिक्कत न हो। हालंकि प्रधानमंत्री के रात्रि भ्रमण की चर्चा दिन से ही होने लगी थी। रात नौ बजते-बजते सड़क पर भारी फोर्स और जगह-जगह बैरिकेडिंग देख लोगों को मामला समझते देर नहीं लगी। भारी संख्या में नागरिक महिलाएं बच्चे प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए सड़क के किनारे खड़े हो गए। प्रधानमंत्री का काफिला जैसे ही डीरेका से निकल कर मुख्य सड़क पर आया, लोगों ने प्रधानमंत्री का हर-हर महादेव के परम्परागत उद्घोष से स्वागत करने के बाद मोदी-मोदी का नारा लगाया। प्रधानमंत्री भी लोगों के प्यार से अभिभूत नजर आये। प्रधानमंत्री मुस्कराते हुए पूरे रास्ते हाथ जोड़ कर लोगों का अभिवादन करते रहे। प्रधानमंत्री का काफिला सबसे पहले बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां विश्वनाथ जी के शिवलिंग का विधि विधान से पूजन-अर्चन किया। प्रधानमंत्री मंदिर में करीब 17 मिनट रहे। पूजन अर्चन के बाद मंदिर से बाहर निकलते समय प्रधानमंत्री ने मंदिर की पूजन परंपरा के बारे में जानकारी ली। विश्वनाथ मंदिर के मानित व्यवस्थापक प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय के आचार्यत्व में दो ब्राह्मणों ने पूजन कराया। इस दौरान बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर, चीफ प्रॉक्टर प्रो. रोयाना सिंह के साथ ही विद्यालय परिवार के अधिकारी उपस्थित थे। चीफ प्राक्टर प्रो.रोयना सिंह ने उनके साथ सेल्फी भी ली। यहां से प्रधानमंत्री बदलते बनारस को देखने के लिए शहर की ओर चल पड़े। सड़क के दोनों तरफ हजारों की भीड़ देख प्रधानमंत्री ने अपने वाहनों के फ्लीट की रफ्तार धीमी करवाई और लोगों का अभिवादन भी स्वीकार करते रहे। प्रधानमंत्री का काफिला लंका से रवीन्द्रपुरी स्थित अपने संसदीय जनसंपर्क कार्यालय के पास पहुंचा तो प्रधानमंत्री ने गाड़ी धीमी करवायी और कार्यालय को ध्यान से देखा। वहां से सोनारपुरा होते हुए मदनपुरा पहुंचे तो रास्ते में खड़े मुस्लिम बंधुओं ने भी पीएम मोदी का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यह देख प्रधानमंत्री ने फिर उनका अभिवादन किया। गोदौलिया चौराहे पर जैसे ही प्रधानमंत्री का काफिला पहुंचा लोग उत्साह से उछलने लगे और हर-हर महादेव का नारा लगाया। प्रधानमंत्री युवाओं का उत्साह देख मुस्कराते रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने बीच चौराहे पर बने नंदी स्तम्भ को दूर से ही निहारा। यहां से चौक-मैदागिन, नीची बाग से जाते समय तारों का जंजाल हटा देख खुश हो गए। शीशे के अंदर से वह बार-बार मकानों की ओर निहारते दिखे। सड़क किनारे भूमिगत बिजली तारों के बाक्स को देखा। मैदागिन से लहुराबीर के लिए निकले तो कबीरचौरा के पास मोदी-मोदी का नारा सुन गाड़ी धीमी करवाई और लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा लहराकर उनका स्वागत किया। लहुराबीर से काफिला तेलियाबाग, अंधरापुल, नदेसर होते हुए कचहरी पहुंचा। मिंट हाउस तिराहे पर विवेकानन्द प्रतिमा एवं दूरदर्शन टॉवर पर रंग बिंरगी रोशनी में यहां की खूबसूरती को निहारा। कचहरी चौराहे पर बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा को कार में बैठे-बैठे नमन किया। वहां से उनका काफिला अंधरापुल होते हुए कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचा। रंगीन रौशनी में जगमगाते कैंट रेलवे स्टेशन के साथ ही निर्माणाधीन फ्लाईओवर को भी चलती कार से निहारा। प्रधानमंत्री कैंट रेलवे स्टेशन से आगे बढ़े तो लहरतारा के पास भाभा कैंसर संस्थान को भी दूर से देखा। वहां से लहरतारा होते हुए सीधे डीरेका गेस्ट हाउस पहुंचे और रात्रि विश्राम किया। नगर भ्रमण के दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग 36 किमी की दूरी डेढ़ घंटे में पूरी की। प्रधानमंत्री का भ्रमण रविवार को भी शहर में चर्चा का विषय रहा। बनारसवासियों ने इसे खूब सराहा| लोगों का कहना था कि नरेन्द्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने बनारस में रात्रि में घुमकर विकास कार्यों को परखा। लोग प्रधानमंत्री के इस अंदाज की जमकर सराहना करते रहे। अपने सांसद के इस नजरिये को लोगों ने सुखद करार दिया।