प्रधानमंत्री ने ‘नमो एप’ के जरिए उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से किया संवाद
नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो एप के जरिए सोमवार की सुबह उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना हमारी प्रगति का प्रतीक बनी है। रसोई गैस हर गरीब के घर तक पहुंचे, इसके लिए हमने यह योजना शुरू की। उज्ज्वला के चलते महिलाओं को जहरीले धुएं से आजादी मिली। पिछले 4 सालों में हमने 10 करोड़ नये एलपीजी कनेक्शन दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दौर था जब रसोई गैस के कनेक्शन सिर्फ़ अमीर वर्ग को ही मिल पाते थे। यह गरीबों की पहुंच से दूर थे। आजादी के सात दशक बाद तक सिर्फ़ 13 करोड़ कनेक्शन दिए गए थे। हमने 4 साल में ही 10 करोड़ नये उपभोक्ता जोड़े। इनमें से अधिकांश गरीब व दलित वर्ग के हैं।मोदी ने कहा कि हमने वह दौर भी देखा है जब गैस कनेक्शन के लिए सांसदों-विधायकों के चक्कर लगाने पड़ते थे। आज हमने एलपीजी पंचायत की शुरुआत की है, ताकि गांव के लोग ही तय कर सकें कि हर ज़रूरतमंद को उज्ज्वला योजना का लाभ मिल सके। आज 100 में से 80 घरों में रसोई गैस की सुविधा है। उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अनंतनाग (कश्मीर) की एक महिला से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों रमज़ान का महीना चल रहा है। मेरे बचपन में मेरे अधिकांश दोस्त मुस्लिम थे, जो मेरी तरह ग़रीब परिवार से आते थे। मुझे याद है रमज़ान के महीने में मुस्लिम माताएं सुबह 3 बजे उठकर खाना बनाने को मजबूर होती थीं। महिलाओं ने कहा कि अब गैस कनेक्शन आने से बहुत सुविधा हो गई है। जीवन सुगम हो गया है। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए देशभर के अलग-अलग केंद्रों पर बैठी 2-3 महिलाओं से बातचीत कर रहे हैं। नमो एप के जरिए हुई इस बातचीत का आयोजन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने किया। ओडिशा, जम्मू-कश्मी, तमिलनाडु, असम आदि प्रदेशों की महिलाओं से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि घर परिवार और समाज में बदल की पहल तभी होगी जब घर की महिला के जीवन में बदल हो। उज्ज्वला योजना से महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है। उन्हें चूल्हे, लकड़ी और धुएं से आजादी मिली है। इससे उनका स्वास्थ्य तो सुधर ही रहा है, समय भी बच रहा है। इस बचे समय का उपयोग वे अपने बच्चे को पढ़ाने में लगा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने फिर दोहराया कि वे एक ग़रीब परिवार में पले-बढ़े हैं। उन्होंने अपनी मां को गोबर के उपले या मिट्टी के तेल से पैदा होने वाले धुएं से जूझते देखा है। हम बच्चे उस धुएं से परेशान ना हों, इसके लिए वे छत पर जाकर कोई रास्ता बनाती थीं। मोदी ने कहा कि मेरी सरकार की कोशिश है कि हम लोगों को इतना सशक्त बना दें, ताकि वे वे अपने बच्चों को ग़रीबी और आशिक्षा की विरासत ना देकर जाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना का सर्वाधिक लाभ दलित वर्ग को मिला। इस योजना में जितने नए कनेक्शन दिए गए उनमें 45 प्रतिशत दलित परिवार हैं। इतना ही नहीं, पिछले 4 वर्षों में दलित समुदाय के लोगों को 1200 पेट्रोल पम्प आवंटित किए गए। जबकि पिछली सरकार ने 2010 से 2014 के बीच मात्र 445 दलितों को पेट्रोल पम्प दिए थे।