पूर्व आप प्रवक्ता संजय भाजपा सरकार की देख रहें हैं वापसी
देहरादून, 17 फरवरी (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रवक्ता संजय भट्ट मानते हैं कि उत्तराखंड में भाजपा की स्पष्ट सरकार आ रही है। विधानसभा 2022 के आंकड़े की चर्चा करते हुए संजय भट्ट ने कहा कि भाजपा सरकार की वापसी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस पांचवीं विधानसभा चुनाव में कुल 65.37 प्रतिशत वोट डाले गए। जबकि 2017 में यह आंकड़ा 65.56 प्रतिशत था।
पूर्व आप नेता संजय भट्ट मानते हैं कि उत्तराखण्ड के विधानसभा चुनाव 2002 में मात्र 54.34 मतदान हुआ और सत्ता परिवर्तन हो कर कांग्रेस की सरकार आ गई। जबकि 2007 में 59.45 प्रतिशत मतदान हुआ, 5 प्रतिशत वोट बड़ा और सत्ता परिवर्तन हुआ भाजपा सरकार आई। 2012 में 66.17 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछली बार से करीब 7 प्रतिशत अधिक था और सत्ता परिवर्तन हुआ। कांग्रेस एक बार फिर उत्तराखण्ड की सत्ता में लौट कर आ गई। जबकि 2017 में 65.56 प्रतिशत मतदान हुआ, मोदी लहर में कांग्रेस 11, बसपा 00, यूकेडी 00 पर सिमट कर रह गई। जबकि अब 2022 में उत्तराखण्ड में 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो कि पिछले विधानसभा चुनाव से मात्र 0.19 प्रतिशत ही कम है।
इस बार के विधानसभा चुनाव से यह तो स्पष्ट हो जाता है कि जनता ने बाहर निकल कर वर्तमान सरकार के खिलाफ प्रचंड रोष प्रकट नहीं किया और न ही दुखी हो कर वोट डालने से दूरी बनाई। वरना वोट प्रतिशत करीब 5 प्रतिशत ज्यादा या कम होता।
वहीं बीएसपी, आप, यूकेडी और निर्दलियों को मिलने वाला वोट प्रतिशत भी इजाफा करता हुआ नजर आ रहा है, जिसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलना ही नजर आता है। कांग्रेस की 2017 की 11 सीटों में कुछ इजाफा होता हुआ तो ग्राउंड पर जरूर नजर आ रहा है, लेकिन कांग्रेस का यह इजाफा कितना होगा यह तो 10 मार्च ही बताएगा, लेकिन सत्ता विरोधी वोट बंटता हुआ जरूर नजर आ रहा है, बसपा, यूकेडी और आप ने सत्ता विरोधी वोट, जो कि कांग्रेस को जाना था, उसपर सेंधमारी कर दी, जिससे कांग्रेस को नुकसान और बीजेपी को फायदा दिखाई दे रहा है।
उत्तराखण्ड के विधानसभा चुनाव 2022 में निर्दलियों की बात करें तो 2 निर्दलीय कुलदीप रावत और उमेश कुमार मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं। वहीं कांग्रेस के बागी निर्दलीय संजय डोभाल, मातंबर सिंह कण्डारी, संजय नेगी, संध्या डालाकोटी भी गुल तो खिला रहे हैं जबकि भाजपा के बागी निर्दलीय भी कर्णप्रयाग, डोईवाला, कोटद्वार और 1-2 अन्य जगह मजबूत दिखते हैं।
पूर्व आप नेता संजय भट्ट मानते हैं कि बसपा हरिद्वार की 6-7 सीटों और ऊधमसिंह नगर की 3-एक सीटों पर मजबूती से लड़ी है जबकि उत्तराखंड क्रांति दल भी कई सीटों ठीक दिखी। इनमें देवप्रयाग, द्वारसहाट, यमकेश्वर, श्रीनगर, डोईवाला, सल्ट विधानसभा सीटें शामिल है। टिहरी में एक नई पार्टी ने भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया। वहीं देहरादून जिले की सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी कांग्रेस के बीच ही सिमट गया।