पुतिन के एक और कार्यकाल के लिए कवायद शुरू
मॉस्को, 27 दिसंबर (हि.स.)। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक और कार्यकाल के लिए अभी से कवायद शुरू हो गई है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
प्रसारक ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी संसद के अध्यक्ष ने संविधान में संशोधन की संभावना का जिक्र किया है। इसके बाद ऐसी अटकलों को बल मिला है। पुतिन का मौजूदा कार्यकाल साल 2024 में खत्म होगा और मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक उसके बाद वह राष्ट्रपति नहीं बन पाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी संसद के स्पीकर व्याचेसवाल वोलोदीन ने पिछले दिनों पुतिन से मुलाकात की। बाद में उन्होंने संविधान में संभावित संशोधन का मुद्दा उठाया। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकारियों ने साल 2024 में पुतिन के मौजूदा कार्यकाल के खत्म होने से पहले ही उनके कार्यकाल विस्तार की जमीन तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी है।
विदित हो कि रूस के मौजूदा संविधान को 25 वर्ष पहले बनाया गया था। वोलोदीन ने कहा, “ वह एक बहुत ही कठिन समय था। उस वक्त देश बिखरने के कगार पर खड़ा था। हमारे नागरिकों का अधिकारियों में विश्वास खत्म हो चुका था।”
उन्होंने आगे कहा कि संवैधानिक अदालत के न्यायाधीशों और कानून विशेषज्ञों को संविधान में बदलाव के बारे में सोचना चाहिए। इस संबंध में रूसी राष्ट्रपति भी दो तरह के बयान दे चुके हैं। पहले उन्होंने कहा था कि संविधान में संशोधन की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन हाल में उन्होंने कहा कि संविधान कोई जड़ चीज नहीं है। इसे जीवंत बनाए रखने की जरूरत है। यह साफ संकेत है कि पुतिन संविधान संशोधन के विरोधी नहीं हैं।