पत्रकार खशोगी की हत्या सुनियोजित थी : रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र, 08 फरवरी (हि.स.)। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या सुनियोजित थी और और इसे सऊदी अधिकारियों ने अंजाम दिया था। ये बातें संयुक्त राष्ट्र की जांच रिपोर्ट में कही गईं हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की के अधिकारियों को सऊदी दूतावास में दाखिल नहीं होने दिया गया, जहां खशोगी की हत्या की गई थी। इस तरह सऊदी अरब ने जांच में बाधा उत्पन्न की।
विदित हो कि खशोगी को पिछले साल दो अक्तूबर को आखिरी बार तब देखा गया था, जब वह इस्तानबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में अपनी शादी से संबंधित दस्तावेज लेने जा रहे थे। सउदी पत्रकार क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के कटु आलोचक थे।
इस तरह के हत्या मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष जांच अधिकारी एग्नेस केलमर्ड ने कहा है कि सउदी अरब में इस तरह से किसी को मारने के लिए क्राउन प्रिंस की मंज़ूरी लेनी पड़ती है।
एग्नेस केलमर्ड इस हत्या की जांच कर रही अंतर्राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व कर रही हैं। उनकी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि खशोगी को बेरहमी से मारा गया और सऊदी अधिकारियों ने इसकी योजना पहले से बनाई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की को हत्या की जांच करने से रोका गया और सऊदी अधिकारियों ने हत्या के बाद 13 दिन तक जांचकर्ताओं को दूतावास में प्रवेश नहीं करने दिया।
एग्नेस केलमर्ड ने कहा है कि वह सऊदी अरब के आधिकारिक दौर पर जाना चाहती हैं, ताकि 11 अभियुक्तों के खिलाफ बताए गए सबूतों की जांच कर सकें। इस आशय की अंतिम रिपोर्ट जून में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को सौंपी जाएगी।
उधर, सऊदी अधिकारियों का कहना है कि खशोगी की मौत दूतावास में एक संघर्ष के दौरान हुई। तुर्की के अधिकारी मानते हैं कि दूतावास में उनकी हत्या सऊदी एजेंटों की एक टीम ने की थी।
हालांकि सऊदी अरब ने खशोगी की हत्या करने के आरोप में 11 लोगों पर अभियोग चलाया है, लेकिन उन्हें तुर्की के हवाले करने की मांग को ठुकरा दिया है।