पंचायतीराज जन-प्रतिनिधियों के मानदेय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री से मांग
धर्मशाला, 19 जनवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष संघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पंचायती राज संस्थाओं के लिए राज्य वित्त आयोग से अलग बजट के अलावा पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी की मांगें शामिल हैं।
धर्मशाला दौरे पर आए मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में संघ ने साथ ही बजट का कुछ भाग जिला परिषद् की स्थाई सम्पत्तियों के निर्माण के लिए अनिवार्य करने की मांग की है। साथ ही जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व जिला परिषद् सदस्य के लिए ऐच्छिक निधि का प्रावधान करने, विधायक प्राथमिकता की तर्ज पर जिला परिषद् प्राथमिकता का प्रावधान करने तथा जिला परिषद उपाध्यक्ष व सदस्यों के लिए यात्रा भत्ते का प्रावधान करने की भी मांग उठाई गई है।
संघ की मांग है कि जिला परिषद् के अधीन कार्यरत पंचायत सचिवों तकनीकी सहायकों तथा ग्राम रोजगार सेवकों के स्थानांतरण, पोस्टिंग का अधिकार जिला परिषद् सदन को दिया जाए। इसके अतिरिक्त इनके जॉब चार्ट में मनरेगा के अलावा जिला परिषद् द्वारा कराये जाने वाले विकास कार्यों को भी अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। जिला परिषद सदन को जिला स्तर के अधिकारियों के बैठकों में उपस्थित न होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का अधिकार दिया जाए। जिला परिषद् सदस्यों को मनरेगा का शेल्फ जिला परिषद् सदन में सम्मिलित करवाने का प्रावधान किया जाए।
संघ ने मुख्यमंत्री के समक्ष पंचायती राज संस्थाओं में लिपिकीय एवं तकनीकी कर्मचारियों की कमी का मामला उठाकर कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरे जाने तथा नए पद सृजित करने की भी मांग रखी गई। इसी तरह 15वें वित्त आयोग में जिला परिषद् के लिए कम से कम 30 प्रतिशत अंश का प्रावधान करने, 15वें वित्तायोग के अन्तर्गत प्रदान किए जा रहे अनुदान में टाइड तथा अनटाइड की शर्त को हटाए जाने, जिला परिषद् के लिए विकास कार्यों हेतु प्राप्त अनुदान राशि को ग्राम पंचायत के अलावा किसी अन्य गैर सरकारी पंजीकृत संस्था को भी कार्यान्वयन का प्रावधान करने की भी मांग उठाई है। पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी के अलावा पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों के लिए पेंशन का प्रावधान करने की मांग को भी प्रमुखता के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया है।